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IIT बॉम्बे के छात्र रहे पराग को बनाया गया Twitter का CTO

पराग अग्रवाल ने 2011 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से PhD की पढ़ाई पूरी की है. तब उन्होंने ट्विटर में बतौर विज्ञापन इंजीनियर ज्वाइन किया था. हाल ही में उन्हें Most Distinguished सॉफ्टवेयर इंजीनियर का टाइटल मिला था.

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पराग अग्रवाल (ट्विटर)
पराग अग्रवाल (ट्विटर)

माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने कंपनी के CTO (चीफ टेक्नॉलॉजी ऑफिसर) के तौर पर पराग अग्रवाल को नियुक्त किया है. पराग आईआईटी बॉम्बे के छात्र रहे हैं और वो ट्विटर में अब ऐडम मेसिंगर की जगह लेंगे. सीएनबीसी के मुताबिक 2016 के आखिर में ऐडम ने ट्विटर छोड़ दिया था.

सीएनबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक पराग अग्रवाल की नियुक्ति अक्टूबर में ही की गई थी, लेकिन कंपनी ने आधिकारिक तौर पर अपडेट अब किया है.

पराग अग्रवाल ने 2011 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से PhD की पढ़ाई पूरी की है और तब उन्होंने ट्विटर में बतौर विज्ञापन इंजीनियर ज्वाइन किया था. हाल ही में उन्हें Most Distinguished सॉफ्टवेयर इंजीनियर का टाइटल मिला था.

गौरतलब है कि 2011 में ट्विटर ज्वाइन करने से पहले उन्होंने माइक्रोसॉप्ट, याहू और AT&T जैसी बड़ी टेक्नॉलॉजी कंपनियों में रिसर्च इंटर्नशिप की है.

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सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने यूजर्स के टाइमलाइन पर ट्वीट की प्रासंगिकता बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ली है.

गौरतलब है कि ट्विटर जल्द ही एक बार फिर से यूजर्स के लिए वेरिफिकेशन के लिए आवेदन लेना शुरू कर सकता है. कंपनी के सीईओ जैक डॉर्सी ने पेरिस्कोप के लाइवस्ट्रीम में कहा है कि कंपनी लोगों के लिए वेरिफिकेशन दिलाने के लिए काम कर रही है.

उन्होंने कहा है, ‘हम सभी यूजर्स के लिए वेरिफिकेशन की शुरुआत करना चाहते हैं.’ हालांकि उन्होंने इसके बारे में ज्यादा जानकारी तो नहीं दी है. यह भी नहीं बताया है कि वेरिफिकेशन का प्रोसेस पहले जैसा होगा या इसे बदला जाएगा. हाल ही में ट्विटर ने वेरिफिकेशन पॉलिसी में खामी होने की बात कही थी. इसके बाद ट्विटर ने सभी यूजर्स के लिए वेरिफिकेशन आवेदन ऑप्शन को बंद कर दिया था. तब कंपनी का कहना था कि कंपनी पॉलिसी को बदलने का काम कर रही है जिसके बाद इसे फिर से लाया जाएगा.

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