स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए यूएसबी चार्जर का इस्तेमाल अब आम हो गया है. यूएसबी चार्जर से एक सहूलियत यह हुई है कि अब हर गैजेट के लिए अलग-अलग चार्जर की जरूरत नहीं होती. लेकिन यूएसबी चार्जर की मांग बढ़ने के साथ ही सस्ते और खामी वाले चार्जर भी बाजार में आने लगे हैं. ऐसे चार्जर पैसे तो बचाते हैं, लेकिन ये जानलेवा हो सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया में हाल ही एक महिला की लाश बरामद हुई है. महिला के हाथ में टैबलेट था और उसके कान में ईयरफोन लगा हुआ था. आशंका जताई जा रही है कि महिला की मौत करंट लगने से हुई है.
ऑस्ट्रेलिया के NSW फेयर ट्रेड कमिश्नर रॉड स्टोव कहते हैं कि बाजार में कई तरह के सस्ते यूएसबी चार्जर, ट्रेवल एडॉप्टर आ रहे हैं जो जरूरी मानदंडों पर खड़े नहीं उतरते हैं. इनमें सस्ते और घटिया किस्म के प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है. यूजर सस्ते की चाहत में इसे खरीद तो लेता है, लेकिन इसका घातक परिणाम हो सकता है.
बीते दिनों एक फोन के चार्ज होने के दौरान ब्लास्ट होने की खबर आई थी. फोन के यूजर ने एक दिन पहले ही बाजार से सस्ता लोकल यूएसबी चार्जर खरीदा था. विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर किसी चार्जर में यूजर को करंट आने की आशंका होती है तो तुरंत प्रभाव से उसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए. साथ ही बाजार से अच्छे किस्म के ब्रांडेड चार्जर ही इस्तेमाल में लाना चाहिए.
यूएसबी चार्जर इस्तेमाल करते हैं तो-
1) फोन या टैबलेट को चार्ज करने के दौरान इस्तेमाल न करें.
2) फोन या टैबलेट को बेड पर रखकर चार्ज नहीं करें.
3) चार्जर के वायर के कटने या छिल जाने पर उसपर अच्छे से टेप चिपका दें.
4) भींगे हाथों से चार्जर का इस्तेमाल न करें.
5) किसी अच्छी और रजिस्टर्ड कंपनी के चार्जर का इस्तेमाल करें.