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Tokyo Olympics: महिला हॉकी टीम संग इतिहास रच रहीं वंदना कटारिया, सच हो सकता है पिता का यह सपना

हरिद्वार के एक छोटे से गांव रोशनाबाद के रहने वाले नाहर सिंह ने एक सपना देखा था कि उनकी बेटी देश के लिए हॉकी खेलेगी और खेलते हुए देश के लिए ओलंपिक गोल्ड मेडल दिलाएगी. वंदना कटारिया इसे पूरा करने में लगी हैं.

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वंदना कटारिया (रॉयटर्स)
वंदना कटारिया (रॉयटर्स)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टोक्यो ओलंपिक में हॉकी टीम ने रचा इतिहास
  • महिला हॉकी टीम पहली बार सेमीफाइनल में
  • वंदना कटारिया के पिता का था सपना- बेटी जीते मेडल

हरिद्वार के एक छोटे से गांव रोशनाबाद के रहने वाले नाहर सिंह ने एक सपना देखा था कि उनकी बेटी देश के लिए हॉकी खेलेगी और खेलते हुए देश के लिए ओलंपिक गोल्ड मेडल दिलाएगी. लगता है नाहर सिंह का वह सपना पूरा होने जा रहा है. हालांकि, नाहर सिंह तो करीब दो माह पूर्व इस दुनिया को छोड़ कर जा चुके हैं, लेकिन नाहर सिंह ने जो सपना अपनी बेटी वंदना कटारिया के लिए और देश के लिए देखा था, आज उनकी बेटी और भारतीय महिला हॉकी टीम उस उपलब्धि को हासिल करने से मात्र दो कदम दूर है. भारत की हॉकी टीम ओलंपिक में सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है और इस टीम में नाहर सिंह की बेटी वंदना कटारिया भी हैं. वह कभी भारतीय हॉकी टीम की कैप्टन भी रह चुकी हैं.

वंदना अपने परफॉर्मेंस से पूरे देश के लिए इतिहास रचने में लगी हुई है. भारतीय महिला हॉकी टीम की इस उपलब्धि से वंदना के परिवार में खुशी का माहौल है. वंदना के परिजनों को उम्मीद है कि भारतीय टीम के साथ वंदना गोल्ड मेडल जीतकर लाएगी और अपने माता-पिता के सपने को साकार करेगी. परिजन मानते हैं कि वंदना और भारतीय टीम का परफॉर्मेंस जैसा चल रहा है उससे निश्चित रूप से भारतीय टीम गोल्ड मेडल प्राप्त करेगी और ओलंपिक के इतिहास में एक नया पन्ना लिखा जाएगा.

वंदना ने कहा था - पूरा करूंगी पापा का सपना

वंदना कटारिया की मां सौरण देवी का कहना है कि मैं यह चाहती हूं कि मेरी बेटी जीत कर आए और मेरे देश को जिता कर आए. वंदना के पापा ने कहा था कि बेटी मेरा एक सपना है कि तू जीत कर आए. बेटी ने कहा था कि कि पापा का सपना था और मैं जीत कर आऊंगी. अब लग रहा है कि वह सपना पूरा होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है की गोल्ड मेडल जीत कर आयेगी.

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वहीं, वंदना की बहन अंजलि का कहना है कि आज बहुत खुशी हो रही है कि भारत सेमीफाइनल में पहुंच गया है और बहन पूरे भारत का नाम रोशन कर रही है और सभी घर वाले बहुत खुश हैं. सभी को बहुत ज्यादा खुशी है. पापा का एक सपना था कि जिसे वह आज पूरा कर रही है. हम सब का नाम रोशन कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि बहन कोशिश तो पूरी कर रही है. वंदना कटारिया के भाई चंद्रशेखर कटारिया ने कहा कि सबसे पहले तो मैं पूरी टीम को बधाई देना चाहता हूं. यह सब  कुछ है उनकी देन है. भारतीय टीम बहुत अच्छा खेल रही है. वंदना ने एक इतिहास लिख दिया है और बहुत ही अच्छा संघर्ष किया है. इस उपलब्धि को लेकर वंदना का बड़ा संघर्ष है.

वहीं, वंदना की भाभी सविता ने सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मैं चाहती हूं कि वंदना गोल्ड मेडल लेकर आए. वह सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुकी है. इससे बच्चों का भी हौसला बढ़ा है और पूरी टीम का भी. उन्होंने कहा कि अब सिर्फ दो मैच रह गए हैं. भगवान से प्रार्थना करेंगे कि वह पूरी हिम्मत और लगन से मैच खेलकर गोल्ड मेडल लेकर के आए.

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