नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. उन्होंने 87.58 मीटर भाला फेंककर भारत को गोल्ड दिलाया. कॉमनवेल्थ 2018 में गोल्ड मेडल जीत चुके नीरज चोपड़ा गोल गप्पे खाने के काफी शौकीन हैं. उनका मानना है कि गोलगप्पे से एथलीट को नुकसान नहीं होता. इतना ही नहीं उन्हें मां के हाथ का बना चूरमा बहुत पसंद है.
ईएसपीएन को दिए एक इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा ने गोलगप्पों के प्रति अपने प्रेम को जाहिर किया था. साथ ही उन्होंने बताया था कि इन्हें खाने से नुकसान क्यों नहीं होता.
गोलगप्पे से कोई नुकसान नहीं- नीरज
नीरज चोपड़ा ने इंटरव्यू में कहा था, गोलगप्पे खाने में कोई नुकसान नहीं है. क्योंकि इसमें पानी ज्यादा होता है. इसे ज्यादा खाने से आपका पेट पानी से भर जाता है. और रही बात पापड़ी की तो ये बड़ी दिखती है, लेकिन इसमें आटा काफी कम होता है. इसे पीने के बाद आपके शरीर में पानी ज्यादा जाता है.
हालांकि, नीरज ने यह भी कहा था कि वे रोज गोलगप्पे खाने के लिए नहीं कह रहे हैं. लेकिन कभी कभार एथलीट गोलगप्पे खा सकता है. इसमें कोई नुकसान नहीं है.
नीरज को चूरमा काफी पसंद
नीरज को घर पर बना चूरमा ( (रोटी, घी और शक्कर को मिलाकर खाना) बहुत पसंद है. नीरज की मां ने शनिवार को कहा कि वे अपने बेटे का इंतजार कर रही हैं. ताकि उनका बेटा टोक्यो से घर लौटे और वे उसे उनकी पसंद का चूरमा खिलाएं.
नीरज की मां सरोज ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, मैं नीरज का टोक्यो से लौटने का इंतजार कर रही हैं. उसे चूरमा खाना पसंद है. मैं उसे बनाकर खिलाऊंगी. उन्होंने कहा, मुझे विश्वास था कि नीरज गोल्ड मेडल जीतेगा.
ओलंपिक के 6 महीने पहले छोड़ी मिठाई
नीरज की बहन ने बताया कि एक एथलीट के तौर पर अपनी यात्रा शुरू करने से पहले नीरज को मिठाई छोड़नी पड़ी. उन्होंने बताया, नीरज को मिठाई बहुत पसंद है लेकिन वे अपने खेल के प्रति इतने समर्पित हैं कि किसी भी चैंपियनशिप से पहले ही मिठाई छोड़ देते हैं. नीरज ने ओलंपिक से 6 महीने पहले ही मिठाई खाना छोड़ दिया.