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Jai Ho: ओलंपिक के सितारों का सम्मान, आजतक के मंच पर जुटे 'पदकवीर'

aajtak.in | नई दिल्ली | 14 अगस्त 2021, 5:36 PM IST

टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में आजतक ने 'जय हो' (Jai Ho) शो का आयोजन किया. रजत पदक विजेता रवि दहिया और कांस्य पदक पर कब्जा करने वाले बजरंग पुनिया इस खास शो में शिरकत किए. इसके अलावा पुरुष और महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों ने भी टोक्यो ओलंपिक से जुड़े अपने अनुभव साझा किए. शो का समापन 'गोल्डन ब्वॉय' नीरज चोपड़ा के साथ हुआ.

Jai Ho live Updates Jai Ho live Updates

हाइलाइट्स

  • सितारों के सम्मान में आजतक का शो 'जय हो'
  • गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने की शिरकत
  • पुरुष और महिला हॉकी टीम भी हुई शामिल
  • टोक्यो ओलंपिक में भारत ने जीता है 7 पदक

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया. ओलंपिक के इतिहास में भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सात मेडल अपने नाम किए. भारत ने वेटलिफ्टिंग, बैडमिंटन, हॉकी, कुश्ती जैसे खेलों में मेडल जीता है. जिन खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन किया है वह नीरज चोपड़ा, मीराबाई चनू, रवि दहिया, बजरंग पुनिया, पीवी सिंधु, लवलीना बोरगोहेन और पुरुष हॉकी टीम है. इसके अलावा महिला हॉकी टीम ने भी ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई. 

5:16 PM (4 वर्ष पहले)

10 साल की मेहनत के बाद मिला नतीजा- नीरज चोपड़ा

Posted by :- Devang Gautam

नीरज चोपड़ा ने कहा कि ये मेहनत 4-5 साल की नहीं है. ये शुरू से है. मतलब जबसे मैंने जैवलिन शुरू की. ये मेहनत 2011 से चल रही है. और अब इसका नतीजा मिला है. नीरज ने कहा कि देश में अब खिलाड़ियों को सुविधाएं मिल रही हैं. स्टेडियम काफी हो गए हैं. देश में खेल को लेकर लोगों के सोच में बदलाव आया है. 

5:09 PM (4 वर्ष पहले)

जवानों से मिलकर बहुत अच्छा लगता है-नीरज चोपड़ा

Posted by :- Devang Gautam

नीरज चोपड़ा ने कहा कि मुझे शुरू से ही सेना पसंद रही है. मेरे पास नौकरी के कई ऑफर थे लेकिन आर्मी पसंद थी. और मैंने ज्वाइन किया. जवानों के साथ मिलकर बहुत अच्छा लगता है. फाइनल में उस ऐतिहासिक थ्रो पर नीरज चोपड़ा ने कहा कि हर एथलीट को मालूम पड़ जाता है कि उसको थ्रो कितना दूर गया है. 10-11 साल की ट्रेनिंग में इतना अनुभव हो जाता है. 

5:04 PM (4 वर्ष पहले)

वो मेरा दिन था और मैं जीत पाया- नीरज चोपड़ा

Posted by :- Devang Gautam

नीरज चोपड़ा ने कहा कि मैंने मेडल के लिए मेहनत की थी. सभी खिलाड़ी मेहनत करते हैं. मैं अपने आपको लकी मानता हूं कि मैं जीत पाया. दुनिया के कई दिग्गज खिलाड़ी फाइनल में थे. लेकिन वो मेरा दिन था और मैं जीत पाया.  

4:41 PM (4 वर्ष पहले)

कुछ देर में गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा होंगे आजतक के मंच पर

Posted by :- Devang Gautam

शाम 5 बजे देश का वो हीरो सबके सामने होगा जिसने भारत को पहली बार ओलंपिक एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल दिलाया है. ये खिलाड़ी गोल्डन ब्वॉय के नाम से मशहूर हो चुका है और इनका नाम है नीरज चोपड़ा. नीरज ने जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता है. उन्होंने एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतकर 'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह के सपने को साकार किया है. नीरज की बातों के साथ ही इस कार्यक्रम का समापन होगा. 

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4:18 PM (4 वर्ष पहले)

पिता का सपना था कि मैं मेडल लाऊं- मनप्रीत सिंह

Posted by :- Devang Gautam

मनप्रीत सिंह ने कहा कि मेडल जीतने के बाद जब मैंने घर पर मां को कॉल किया तो वो रोने लगी थीं. मेरे पिता का सपना था कि मैं ओलंपिक में जाऊं और मेडल लाऊं. लेकिन इस चीज को देखने के लिए वो यहां पर नहीं हैं. इस चीज का दुख मां को था और मुझे भी बहुत बुरा लग रहा था. आज सबकुछ है लेकिन ये देखने के लिए पिता नहीं हैं. 

4:11 PM (4 वर्ष पहले)

Posted by :- Devang Gautam

कांस्य पदक वाले मैच में लास्ट पेनल्टी कॉर्नर के दौरान दिमाग में क्या चल रहा था. इस सवाल पर मनप्रीत सिंह ने कहा कि हमने सोचा था कि हमें अपना 100 प्रतिशत देना है. रिजल्ट के बारे में नहीं सोचना है. क्योंकि हमें पता था कि ये हमारा लास्ट मैच है. और आखिरी के 6 सेकंड में हमारे दिमाग में यही था कि गेंद को गोलपोस्ट के अंदर नहीं जाने देनी है. हमारा डिफेंस अच्छा था. हम लोगों ने प्लान के मुताबिक खेला और वो गोल बचाया. बता दें कि भारतीय टीम ने कांस्य पदक के मैच में जर्मनी को मात दी थी. 

4:06 PM (4 वर्ष पहले)

हॉकी को लेकर देश में बदलाव आया- रानी रामपाल

Posted by :- Devang Gautam

महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा कि हम मेडल के करीब थे. लेकिन उसके बाद भी महिला हॉकी को जो प्यार और इज्जत मिल रही है वो पहले कभी मेडल लाने पर नहीं मिला. हॉकी को लेकर देश में काफी बदलाव आया है. लोग महिला टीम के मैचों को भी देखना शुरू कर रहे हैं. 

4:04 PM (4 वर्ष पहले)

खत्म हुआ 41 साल का इंतजार- मनप्रीत सिंह

Posted by :- Devang Gautam

पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि हमने मेडल जीता, बहुत अच्छा लगा रहा है. हमने 41 साल का इंतजार खत्म किया. 

3:30 PM (4 वर्ष पहले)

अब महिला और पुरुष टीम होगी आजतक के मंच पर

Posted by :- Devang Gautam

4 बजे पुरुष और महिला हॉकी टीम के खिलाड़ी मंच पर होंगे. टोक्यो ओलंपिक में इन दोनों टीमों ने जबरदस्त खेल दिखाया. पुरुष टीम कांस्य पदक जीतने में सफल रही तो वहीं महिला टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची. 41 साल बाद भारत ने हॉकी में मेडल जीता है. भारतीय हॉकी के लिए ये ऐतिहासिक पल है. ये जश्न कई दिनों तक चलता रहेगा.

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3:26 PM (4 वर्ष पहले)

सेमीफाइनल में हार के बाद रोई थीं सिंधु

Posted by :- Devang Gautam

पीवी सिंधु ने कहा कि मुझे सरकार से बहुत सपोर्ट मिला. बैडमिंटन संघ ने भी सपोर्ट किया. खिलाड़ियों के लिए ये सपोर्ट बहुत जरूरी होता है. क्योंकि इससे प्रेरणा मिलती है. सिंधु ने कहा ओलंपिक में मैं पहले से सोच रही थी कि हर एक मैच जरूरी है. क्योंकि आपको नहीं पता है कि उस दिन क्या होने वाला है. कुछ भी हो सकता है. कई बार आप अच्छा खेल सकते हैं और कई बार नहीं. क्वार्टरफाइनल मैच अच्छा था. लेकिन सेमीफाइनल के बारे में मुझे पता था कि ये टफ मैच होने वाला है. और मैं इसके लिए तैयार थी. लेकिन वो मेरा दिन नहीं था और मैं हार गई. मैच के बाद मैं रोई थी. मेरे कोच और माता-पिता दुखी थे. माता-पिता ने कॉल करके समझाया कि जो हो गया वो हो गया. कल भी मैच है.आराम करो और अगले मैच की तैयारी करो. 

3:16 PM (4 वर्ष पहले)

लोगों को हमेशा मुझसे मेडल की उम्मीद रहती है- सिंधु

Posted by :- Devang Gautam

पीवी सिंधु ने कहा कि मैं किसी भी टूर्नामेंट में जाती हूं तो लोगों को उम्मीद होती है कि सिंधु मेडल लेकर आएगी. लेकिन ये एक तरह से सकरात्मक होता है. लोगों का सपोर्ट होता है. मुझे भी लगता है कि मुझे मेडल जीतना है. लोगों की उम्मीदों को पूरा करना है. लेकिन जब मैं कोर्ट पर जाती हूं तो ये सब मेरे दिमाग में नहीं आता है. मैं ये सारी चीजें दिमाग से निकाल देती हूं. 

3:12 PM (4 वर्ष पहले)

टोक्यो ओलंपिक ज्यादा टफ था- सिंधु

Posted by :- Devang Gautam

पीवी सिंधु ने कहा कि रियो ओलंपिक और टोक्यो ओलंपिक के अलग-अलग अनुभव हैं. रियो मेरा पहला ओलंपिक था. तब ऐसा था कि सिंधु जाकर ओलंपिक खेल रही है. लेकिन इस बार दबाव था. उम्मीदें ज्यादा थीं. मुझे लगता है कि टोक्यो ओलंपिक का मेडल ज्यादा टफ था. 

3:09 PM (4 वर्ष पहले)

ओलंपिक में मेडल जीतना सपना होता है- सिंधु

Posted by :- Devang Gautam

स्टार शटलर पीवी सिंधु ने आजतक के शो 'जय हो' में कहा कि ओलंपिक में मेडल जीतना आसान नहीं होता है. हर एथलीट का ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना होता है. मेरा भी सपना था. मैं बहुत खुश हूं कि मैंने दो ओलंपिक में मेडल जीता. मैंने मेहनत की और ये उस मेहनत का ही नतीजा है.

2:28 PM (4 वर्ष पहले)

पीवी सिंधु कुछ देर में आजतक के मंच पर होंगी

Posted by :- Devang Gautam

दोपहर 3 बजे स्टार शटलर और टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली पीवी सिंधु आजतक के मंच पर होंगी. सिंधु ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक में पदक जीता है. इससे पहले उन्होंने रियो ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था. सिंधु बैडमिंटन की दुनिया में भारत का नाम ऊंचा कर रही हैं. सिंधु के खेल के आगे चैम्पियन खिलाड़ी भी फेल हो जाते हैं. 

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2:22 PM (4 वर्ष पहले)

मिल्खा सिंह से बहुत प्रेरणा मिली- बजरंग पुनिया

Posted by :- Devang Gautam

बजरंग पुनिया ने कहा कि मिल्खा सिंह से बहुत प्रेरणा मिली. मैं उनसे एक कार्यक्रम में भी मिला था. मुझे ये देखकर अच्छा लगा था कि वो हमको जानते हैं. उन्हें मेरा हालचाल पूछा था.  

2:19 PM (4 वर्ष पहले)

मैंने कभी दबाव में नहीं खेला-बजरंग

Posted by :- Devang Gautam

बजरंग पुनिया ने कहा कि जैसे-जैसे मैं आगे बढ़ता गया लोगों की उम्मीद भी बढ़ती गई. जैसे इस बार ओलंपिक में कांस्य जीता तो लोगों की उम्मीद बढ़ गई होगी कि अगली बार रजत पदक जीतना है. खुद से भी उम्मीदें बढ़ती गईं. सभी का सपोर्ट मिला. बजरंग ने कहा कि हमारे बहुत खिलाड़ी इस ओलंपिक में अच्छा नहीं कर पाए. हो सकता है ऐसा दबाव की वजह से हुआ हो. लेकिन मैं कभी दबाव में नहीं खेलता. मेरे मन में एक बार भी नहीं आया कि मैं मेडल लेकर आउंगा. 

2:04 PM (4 वर्ष पहले)

बजरंग बोले- 7 साल की उम्र में शुरू कर दी थी पहलवानी

Posted by :- Devang Gautam

बजरंग पुनिया ने कहा कि मैं जिस भी टूर्नामेंट में भाग लिया वहां पहली बार में ही मेडल जीता. मेरे पिता का सपना था कि उनका एक बेटा पहलवान बने. मैंने 7 साल की उम्र में पहलवानी शुरू कर दी थी. पहलवानी शुरू करने की कोई उम्र नहीं होती. लेकिन जितनी कम उम्र में शुरू करेंगे उतना फायदा होगा. 

1:31 PM (4 वर्ष पहले)

कुछ देर में बजरंग पुनिया करेंगे शिरकत

Posted by :- Devang Gautam

दोपहर 2 बजे रेसलर बजरंग पुनिया शिरकत करेंगे. बजरंग आजतक के मंच से उन तमाम युवाओं को कुश्ती के टिप्स देते नजर आ सकते हैं जो पहलवानी को अपना करियर बनाना चाहते हैं. बजरंग टोक्यो ओलंपिक से जुड़े अपने अनुभव भी साझा करेंगे. उन्होंने 'खेलों के महाकुंभ' में कांस्य पदक जीता है. बजरंग ने टोक्यो के दंगल में ऐसे-ऐसे दांव चले जिससे दिग्गज से दिग्गज रेसलर भी चित हो गए.

1:30 PM (4 वर्ष पहले)

लड़कियों को मीराबाई का संदेश

Posted by :- Devang Gautam

देश की युवा लड़कियों को मीराबाई चनू ने संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि लड़कियां कुछ नहीं कर सकतीं. घर पर ही रहना है. खाना बनाना है. मैं ये कहती हूं कि अभी ये सब करने की जरूरत नहीं है. परिवार का सपोर्ट होना बहुत जरूरी है. आपको जो भी अच्छा लगता है वो करें. खेल में जरूर जाइए और मेहनत करिए. कभी हार नहीं माननी चाहिए. ज्यादा से ज्यादा लड़कियां वेटलिफ्टिंग में आएं और मेरे साथ रहें और देश का नाम रोशन करें.

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1:19 PM (4 वर्ष पहले)

मां ने मुझे बहुत सपोर्ट किया- मीराबाई

Posted by :- Devang Gautam

डाइट के बारे में बात करते हुए मीराबाई चनू ने कहा जब मैंने ये गेम शुरू किया था तो बहुत मुश्किल हुई थी. मां की चाय की दुकान है. मैं हाई फैमिली से नहीं आती हूं. अंडा, मिल्क लेती थी. लेकिन ये भी रोज नहीं मिलता था. मां के पास हफ्ते में दो-तीन दिन ही ये देने का पैसा था. फिर भी उन्होंने बहुत सपोर्ट किया. उन्होंने मुझसे कहा था कि कुछ भी होगा मैं तुम्हारे साथ हूं. मेरे परिवार में लोगों को खेल बहुत पसंद हैं. मां फुटबॉल खेलती थी. मीराबाई ने कहा कि मेरे परिवार ने मुझे सपोर्ट किया. मेडल जीतने के बाद मैंने सबसे पहले मां को ही फोन किया था. पूरा गांव उस वक्त मेरे घर में था. मीराबाई ने कहा कि मैं ट्रेनिंग पर ज्यादा फोकस करती हूं. मुझे पिज्जा बहुत पसंद है. मैं सलमान खान की फैन हूं. उनसे मिलकर मैं रोने लगी थी. 

1:05 PM (4 वर्ष पहले)

मीराबाई बोलीं- करियर के शुरू में हुई थी दिक्कत

Posted by :- Devang Gautam

मीराबाई चनू ने कहा कि मेरे लिए ये सफर अच्छा रहा है. शुरू में मुश्किल हुई थी. मैंने टोक्यो ओलंपिक के लिए 5 साल मेहनत की. रियो ओलंपिक में नाकाम रहने के बाद मैंने सोच लिया था कि टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतना है. करियर के शुरू में काफी दिक्कत हुई. ट्रेनिंग के लिए ट्रक में लिफ्ट लेकर जाना पड़ता था. मीराबाई ने कहा कि ट्रेनिंग करने का जोश था और इस वजह से डर भी नहीं लगा. मैं ट्रेनिंग मिस नहीं करना चाहती थी. शुरुआत में घरवाले भी डरते थे. लेकिन बाद में मां ने ट्रक ड्राइवर को भी समझाया कि इसका ध्यान रखा करो. बाद में वही ट्रक ड्राइवर घर के सामने इंतजार करता था. मुझे लोगों का बहुत सपोर्ट मिला है. 

12:32 PM (4 वर्ष पहले)

कुछ देर में आजतक के मंच पर होंगी मीराबाई

Posted by :- Devang Gautam

दोपहर 1 बजे वेटलिफ्टर मीराबाई चनू आजतक के मंच पर होंगी. मीराबाई चनू ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया. उन्होंने ओलंपिक के पहले दिन ही भारत के पदक के खाते को खोला था. मीराबाई ने 21 साल बाद भारत को वेटलिफ्टिंग में मेडल दिलाया है. 

12:31 PM (4 वर्ष पहले)

Posted by :- Devang Gautam

लवलीना ने कहा कि जबसे मैंने बॉक्सिंग शुरू की है, तब से मैंने आराम नहीं किया. कहीं घूमने नहीं गई. पसंद का खाना भी नहीं खाया. अब मैं एक-दो महीने छुट्टी लूंगी और परिवार से साथ घूमने जाऊंगी. 

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12:28 PM (4 वर्ष पहले)

Posted by :- Devang Gautam

बॉक्सिंग में आपकी सबसे बड़ी ताकत क्या है. इस सवाल पर लवलीना ने कहा कि मैं बॉक्सिंग में हर तरह का गेम खेल सकती हूं. मैं लॉन्ग भी खेल सकती हूं, शॉर्ट भी खेल सकती हूं. आगे भी खेल सकती हूं और पीछे भी. मुझे लगता है कि कोई भी स्थिति आए मैं उसे हैंडल कर सकती हूं. 

12:23 PM (4 वर्ष पहले)

कैसे बॉक्सिंग में आईं लवलीना?

Posted by :- Devang Gautam

लवलीना ने कहा कि मैं मोहम्मद अली की फैन हूं. मेरे पिताजी अखबार में मिठाई लाए थे. उसमें मो.अली के बारे में लिखा हुआ था. तब पापा ने मुझे बताया था कि ये मो.अली हैं और बॉक्सर हैं. तब मुझे बॉक्सिंग के बारे में मालूम पड़ा था. मैं चार-पांच साल मार्शल आर्ट में थी. उसमें मुझे बॉक्सिंग का चांस मिला. फिर मैं बॉक्सिंग में आई. 

12:17 PM (4 वर्ष पहले)

मुझे खुद को साबित करना था- लवलीना

Posted by :- Devang Gautam

लवलीना ने कहा कि मुझे खुद को साबित करना था. मुझे देश के लिए मेडल लाना था. मैंने खुद को इतना विश्वास दिलाया कि मैं कर सकती हूं. मैं खुद को समझाती हूं. क्योंकि मुझे लगता है कि खुद से ज्यादा खुद को कोई नहीं समझा सकता है. लवलीना ने कहा कि मैं अपनी गेम से संतुष्ट नहीं हूं. मेरा सपना गोल्ड जीतने का है. मुझे ओलंपिक चैम्पियन बनना है. इस ओलंपिक में मेरा सपना था गोल्ड जीतने का. मुझे कांस्य पदक से संतुष्ट होना पड़ा. लेकिन मैं खाली हाथ तो नहीं आई. अब मुझे 2024 के ओलंपिक के लिए तैयारी करनी है. 

12:13 PM (4 वर्ष पहले)

बॉक्सिंग सीखने में 4-5 साल लग जाते हैं- लवलीना

Posted by :- Devang Gautam

लवलीना ने कहा कि बॉक्सिंग सीखने में 4-5 साल लग जाते हैं. मुझे 8 साल लगा था क्योंकि मैं अच्छे से नहीं सीख पाई थी. अगर ट्रेनिंग के साथ चलेंगे तो 4 साल में एक बॉक्सर ओलंपिक के लिए तैयार हो जाएगा. 

12:10 PM (4 वर्ष पहले)

लवलीना बोलीं- मेडल का कलर बदलती रहूंगी

Posted by :- Devang Gautam

लवलीना बोरगोहेन ने कहा कि मैं पहली बार 15 साल की उम्र में ग्लव्स पहनी थी. तब मैं क्लास 9 में थी. मुझे नहीं बदलना है. मुझे देश के लिए मेडल लाना है. मैं मेडल लाऊंगी तब ही लोग मुझे पहचानेंगे. मुझे देश के लिए लड़ना है. खुद के लिए नहीं. मैं मेडल का कलर बदलती रहूंगी.

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11:42 AM (4 वर्ष पहले)

दोपहर 12 बजे लवलीना करेंगी शिरकत

Posted by :- Devang Gautam

अब से कुछ देर में टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन आजतक के मंच पर होंगी. वह ओलंपिक मुक्केबाजी इवेंट में पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय बॉक्सर हैं. इससे पहले विजेंदर सिंह और एमसीसी मैरीकॉम यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. 

11:32 AM (4 वर्ष पहले)

रवि बोले- नीरज शानदार खिलाड़ी, गोल्ड जीतना गर्व की बात

Posted by :- Devang Gautam

नीरज चोपड़ा के गोल्ड जीतने पर रवि दहिया ने कहा कि देश के लिए गौरव की बात है. ओलंपिक में जब हम गए थे तो सोचे थे कि देश का राष्ट्रगान सुन पाएं. हम तो ये नहीं कर पाए. नीरज ने उसे पूरा किया. वो अच्छा खिलाड़ी है. रवि दहिया ने कहा कि नीरज ने ऐसा काम किया है जिससे हमारे रास्ते खुल गए हैं. आगे हम जाएंगे तो यही सोचकर जाएंगे कि देश के लिए गोल्ड मेडल जीतें. 

11:26 AM (4 वर्ष पहले)

सतपाल बोले- रवि कड़ा अभ्यास करता है

Posted by :- Devang Gautam

रवि दहिया के गुरु सतपाल सिंह ने कहा कि रवि साल में एक दिन घर जाता है. वह पूरा समय छत्रपाल स्टेडियम में ही रहता है. वह कड़ा अभ्यास करता है. रवि ने अपना 100 प्रतिशत दिया है. सतपाल ने आगे कहा कि हम 100 बच्चों को सिखाते हैं. जरूरी नहीं है कि सारे बच्चे परिणाम दें. लेकिन रवि का लक्ष्य था. ये हर कोच का प्यारा है. रवि ने कहा था कि गोल्ड आएगा, लेकिन इसने 100 प्रतिशत दिया है. सिल्वर आया ये भी कम नहीं है. 

11:16 AM (4 वर्ष पहले)

विरोधी पहलवान के दांत काटने पर ये बोले रवि दहिया

Posted by :- Devang Gautam

कजाकिस्तान के पहलवान ने मुकाबले में रवि दहिया को दांत से काटा था. रवि के हाथ पर अभी भी वो दाग है. इसपर  रवि दहिया ने कहा कि मैं विवाद नहीं चाहता था. मेरा ध्यान गेम पर था. अगले दिन वह पहलवान आकर मुझसे माफी मांगी थी. दोस्त है इस वजह से मैंने शिकायत नहीं की. 

11:12 AM (4 वर्ष पहले)

मैट पर उतरने के बाद कोई बड़ा या छोटा पहलवान नहीं होता- रवि दहिया

Posted by :- Devang Gautam

रवि दहिया ने कहा कि मैट पर उतरने के कोई बड़ा या छोटा पहलवान नहीं होता है. उस समय बस कुश्ती पर फोकस होता है. रवि के गुरु सतपाल सिंह ने कहा कि रवि में आग है. वह कुछ करना चाहता है. ये शुरू से ही अच्छा पहलवान रहा है.

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11:07 AM (4 वर्ष पहले)

विरोधी को थकाने की कोशिश करता हूं-रवि दहिया

Posted by :- Devang Gautam

रवि दहिया ने कहा कि ओलंपिक में गए हम सभी भारतीय खिलाड़ियों का मेडल जीतने का लक्ष्य ही था. सबसे बड़ी बात है कि सभी खिलाड़ियों का फोकस था और उन्होंने करके दिखाया. रवि दहिया ने कहा कि हम ज्यादा से अभ्यास करते हैं. हम विरोधी रेसलर को थकाने की कोशिश करते हैं. 

11:04 AM (4 वर्ष पहले)

रवि दहिया बोले- सिल्वर मेडल जीतना बड़ी बात

Posted by :- Devang Gautam

रवि दहिया ने कहा कि सिल्वर मेडल जीतना बड़ी बात है. मेरा फोकस था ओलंपिक में मेडल जीतने का. मेरे गुरुजी को पहले से भरोसा था कि मैं मेडल जरूर जीतूंगा. 

10:41 AM (4 वर्ष पहले)

शो की शुरुआत रेसलर रवि दहिया से होगी

Posted by :- Devang Gautam

रवि दहिया 11 बजे आजतक के मंच पर होंगे और टोक्यो ओलंपिक के अपने अनुभव देश की जनता से साझा करेंगे. रवि दहिया बताएंगे कि उन्हें करियर के शुरुआती दौर में किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा और कैसे वह इस मुकाम तक पहुंचे. 

रवि दहिया ओलंपिक में पदक जीतने वाले ओवरऑल पांचवें भारतीय पहलवान हैं. वहीं, वह सिल्वर जीतने वाले भारत के दूसरे रेसलर हैं. रवि दहिया से पहले सुशील कुमार ने 2012 के लंदन ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था.

10:40 AM (4 वर्ष पहले)

Posted by :- Devang Gautam

ये है पूरा शेड्यूल

11 बजे- रजत पदक विजेता रवि दहिया
12- बजे - कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन
1 बजे- रजत पदक जीतने वालीं वेटलिफ्टर मीराबाई चून
2 बजे- कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया
3 बजे- कांस्य पदक विजेता स्टार शटलर पीवी सिंधु
4 बजे- पुरुष और महिला हॉकी टीम
5 बजे- गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा 

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