सचिन तेंदुलकर के विदाई मैच की टिकटें खरीदने के लिए लगभग दो करोड़ लोगों ने कोशिश की जबकि टिकटें थीं महज 5,000. ऐसा इसलिए है क्योंकि ज्यादातर टिकटें एमसीए, क्लबों और बीसीसीआई के अधिकारियों के पास हैं.
मैच की टिकटें बेचने वाली वेबसाइट क्याज़ूंगा.कॉम की साइट कल पहले घंटे में ही बैठ गई. उसके एक प्रवक्ता ने बताया कि पहले घंटे में एक करोड़ 97 लाख लोगों ने साइट को हिट किया जिससे वह बैठ गई और टिकटें बेचने का काम भी नहीं शुरू हो पाया. उसने यह भी कहा कि इतनी बड़ी तादाद में तो लोग ओलिंपिक गेम्स के टिकट खरीदने भी नहीं आए थे.
इसके बाद हजारों की तादाद में लोग वानखेडे स्टेडियम जा पहुंचे जिससे वहां हंगामा हो गया और पुलिस को बुलाना पड़ा. लोग टिकटें ना मिलने से नाराज थे और उन्होंने अपना गुस्सा ज़ाहिर किया. बाद में पुलिस ने लोगों को वहां से हटाया. टिकटें खरीदने के लिए लोग कोल्हापुर, सतारा, पुणे वगैरह जैसी जगहों से वहां पहुंचे और उन्होंने वहां शोर मचाया. एमसीए के अधिकारी कल दिन भर सचिन के सम्मान में हो रहे फंक्शन में लगे रहे. उन्होंने जनता की तरफ ध्यान भी नहीं दिया.
जनता के लिए मुट्ठी भर टिकट
दिलचस्प बात है कि 33,000 की क्षमता वाले वानखेडे स्टेडियम में महज 5,000 टिकटें जनता के लिए हैं और इन्हें पाना लॉटरी खुलने जैसा ही है. 28,000 टिकटें एमसीए ने अपने पास रख ली हैं. ये टिकटें विभिन्न क्लबों और क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्यों को दी जाएंगी. बड़ी संख्या में स्लेब्रिटीज को भी यहां बुलाया गया है. सचिन को 500 टिकटें दी गई हैं ताकि वे अपने परिवार को अलावा दोस्तों को भी बुला सकें.