उत्तर प्रदेश के कासगंज में महज 200 रुपयों के लिए रेलवे पुलिस के सिपाहियों ने राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को चलती ट्रेन से फेंक दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. खिलाड़ी की गलती बस इतनी थी कि वह कुछ देर के लिए महिला कोच में आकर बैठ गया था.
तलवारबाजी के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी होशियार सिंह अपनी पत्नी ज्योति सिंह और मां शशि के साथ अपने 7 माह के बेटे युवराज का मुंडन कराकर पैसेंजर ट्रेन से कासगंज से मथुरा लौट रहे थे. होशियार ने मां और पत्नी को महिला कोच में बैठा दिया और खुद आकर जनरल कोच में बैठ गए. ट्रेन चलने के कुछ देर बाद ही पत्नी ने उन्हें फोन कर तबीयत खराब होने की जानकारी दी.
सिकन्दरा राउ स्टेशन पर ट्रेन रुकने पर जब वे पत्नी और मां के पास महिला कोच में पहुंचे, तो वहां मौजूद रेलवे पुलिस के सिपाहियों ने उन्हें कोच से उतरने के लिए कहा. इस पर होशियार ने पत्नी की तबीयत खराब होने की बात कहते हुए अपने को तलवारबाजी का राष्ट्रीय खिलाड़ी बताया. लेकिन आरोप है कि सिपाहियों ने उनसे महिला कोच में बैठे रहने के लिए 200 रुपये की मांग की.
इसी पर गरमागरम बहस धक्का-मुक्की में बदल गई. आरोप है कि सिपाहियों ने होशियार सिंह को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया, जिससे उनकी सिकंदरा राउ स्टेशन पर ही मौत हो गई.