भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज को उम्मीद है कि उनकी टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ महिला विश्व कप के शुरुआती मैच में घरेलू हालात का अच्छा फायदा उठाएगी.
मिताली ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘उनकी कुछ खिलाड़ियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है और वे अब तक हालात से सामंजस्य नहीं बैठा पाई हैं जिससे हमें मदद मिल सकती है और साथ ही हम जिस तरह की फार्म में हैं उससे मुझे भरोसा है कि लड़कियां अच्छा प्रदर्शन करेंगी.’
उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि अगर सपाट पिच है तो कोई भी जीत सकता है. काफी रन बनेंगे, यह बल्लेबाजी विकेट है. सधी हुई गेंदबाजी करनी होगी और गेंदबाजी में अनुशासन होना चाहिए. क्षेत्ररक्षण पहलू अहम होगा.’
मिताली ने कहा, ‘दोनों पारियों में विकेट में बदलाव नहीं होगा लेकिन क्षेत्ररक्षण अहम भूमिका निभाएगा. पिछले साल हमने वेस्टइंडीज का दौरा किया था. हम वनडे में हार गए थे. उनकी टीम में प्रत्येक साल सुधार हो रहा है. उनके पास कुछ अच्छी खिलाड़ी और कुछ आक्रामक बल्लेबाज हैं.’
वेस्टइंडीज टीम में स्पिनर अनीसा मोहम्मद की मौजूदगी के बारे में पूछने पर मिताली ने कहा, ‘अनीसा ने भारत में खिलाफ हमेशा विकेट लिए हैं. उसने हमेशा भारत के खिलाफ दो या तीन विकेट चटकाए हैं.’ अनीसा ने आईसीसी महिला विश्व कप क्वालीफायर 2011 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 14 रन देकर सात विकेट चटकाए थे.
मेजबान टीम के नाते मिलने वाले फायदे के बारे में मिताली ने दोहराया कि सिर्फ परिस्थितियों के मामले में ही अन्य टीमों के तुलना में उनका पलड़ा भारी होगा.
उन्होंने कहा, ‘मेजबान देश होने के नाते हमें सिर्फ इतना फायदा है कि हमें हालात की बेहतर जानकारी है. अभ्यास मैचों के दौरान हमने देखा कि विकेट सपाट हैं. यह बल्लेबाजों के अनुकूल हैं और 250 से 300 से अधिक स्कोर तक बन सकते हैं.’
मिताली ने कहा, ‘मुझे लगता है कि आईसीसी ने बल्लेबाजी विकेट मुहैया कराया है जिससे कि टूर्नामेंट में काफी रन बनें. मौसम हमारे लिए फायदे की स्थिति है. उमस का माहौल है. मुंबई में शिविर के कारण हमारे खिलाड़ियों को इन हालात की आदत है.’ भारतीय कप्तान ने कहा कि सलामी बल्लेबाजों की असफलता टीम के लिए समस्या है. वह हालांकि अभ्यास मैचों में तिरुष कामिनी मुरुगेसन और पूनम राउत के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं.
मिताली ने कहा कि वह निजी तौर पर टूर्नामेंट में काफी रन बनाना चाहती हैं.