फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल टूर्नामेंट में भारत भले ही भाग नहीं ले रहा हो लेकिन उसके 13,000 लोग वहां स्टेडियम में बैठे लोगों और सारी दुनिया में टीवी पर दिखाई देंगे. यह कमाल होगा डिजिटल साइंस की मदद से बने दुनिया के सबसे बड़े फोटोमोजैक फ्लैग के जरिये आज रात साओ पॉलो में.
आज रात कोका-कोला हैप्पीनेस फ्लैग ओपनिंग किक के ठीक पहले स्टेडियम में फहराएगा. इसमें दुनिया भर के 207 देशों के 219,000 प्रशंसकों के इमेज होंगे. इनमें 13,000 भारतीय भी हैं. इसका मतलब यह हुआ कि इतने सारे भारतीय जो वहां नहीं जा पाए, एरीना द साओ पॉले में दिखाई देंगे. वहां के आसमान पर उनके चित्र दिखाई देंगे.
कोका-कोला हैप्पीनेस फ्लैग को फहराए जाने का दृश्य स्टेडियम में बैठे न केवल 65,000 लोग देखेंगे बल्कि दुनिया भर के एक अरब से भी ज्यादा लोग देखेंगे. इस फ्लैग के लिए सबसे ज्यादा इंट्री ब्राजील से आई और भारत का नंबर उसके बाद था. इस मामले में भारत जर्मनी, अर्जेंटीना, स्पेन और इटली से भी आगे रहा.
इस फ्लैग का डिजाइन ब्राजील के आर्टिस्ट स्पेतो और अर्जेंटीना के कलाकार टेक द्वारा बनाया गया है. यह फुटबॉल की उस ताकत को बताता है जिससे वह सामाजिक, सांस्कृतिक, नस्लावाद, गरीबी और क्षेत्रीयता से बंटी दुनिया को एक कर देता है. 67 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा यह फ्लैग दुनिया के जाने-माने टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट रॉब्रट सिल्वर्स द्वारा बनाया गया है.