फुटबॉल के इस महायुद्ध में कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिनपर सारी दुनिया की निगाहें हैं और उन पर उनके देश की उम्मीदें टिकी हुई हैं. इनमें सबसे ऊपर नाम है पुर्तगाल के शानदार और दुनिया के सबसे अमीर फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जिसे अभी दुनिया का सबसे बेहतरीन फुटबॉलर माना जाता है.
लेकिन अर्जेंटीना के लियोनेल मेस्सी भी टॉप खिलाड़ी माने जाते हैं और उनसे भी बहुत उम्मीदें हैं. मेस्सी को फुटबॉल की दुनिया का सबसे जीनियस खिलाड़ी माना जाता है. उसका खेल नैसर्गिक है और उसमें जुझारूपन कूट-कूट कर भरा हुआ है.
फुटबॉल के महानतम खिलाड़ी डिएगो मैराडोना का मानना है कि मेस्सी का लोहा सारी दुनिया मानेगी. उसे चार सालों 2010 से 2013 तक दुनिया का सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर माना गया. यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे शायद ही कोई तोड़ पाए. उसमें अपार क्षमता है और वह टीम को जिताने की क्षमता रखता है.
मेजबान ब्राजील के तेज तर्रार खिलाड़ी नेमार पर तो सभी की निगाहें हैं. माना जाता है कि इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा उम्मीदें इसी खिलाड़ी से है. पिछले साल उसने ही अपनी टीम को विश्वविजेता स्पेन को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उसके कौशल और जज़्बे को देखते हुए कहा जा रहा है कि वह ब्राजील को यह वर्ल्ड कप दिला सकता है. ब्राजील के ही लेफ्ट बैक खिलाड़ी मार्सेलो से भी उतनी ही उम्मीदें हैं. उसे दुनिया का सबसे बढ़िया लेफ्ट बैक माना जा रहा है. वह न केवल डिफेंस में पारंगत है बल्कि अटैक में भी. उसकी ड्रिबलिंग दर्शकों को दीवाना बना देती है. अपने देश को छठी बार यह शानदार कप दिलाने के लिए वह बेताब है.
ब्राजील का सेंट्रल बैक थिएगो सिल्वा भी उन खिलाड़ियों में है जिस पर सारी दुनिया की निगाहें हैं. सिल्वा अपनी टीम का कप्तान है और उसे जीते दिलाने के लिए जान लड़ा देगा. वह हर तरफ से खेल सकता है. उसकी ही टीम का राइट बैक डैनिस आल्व्स दुनिया का सबसे बढ़िया राइट बैक है. गेंद उसके कदमों में घूमती रह जाती है और सभी देखते रह जाते हैं.
विश्व विजेता स्पेन का कप्तान आइकर कैसिलस दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर माना जाता है. दुनिया के बड़े से बड़े खिलाड़ी के शॉट को रोक लेने की उसकी क्षमता ने उसकी टीम को बुलंदियों पर पहुंचाया है. उसके साथ ही उसकी टीम के आंद्रेस इनिएस्ती को दुनिया का बेहतरीन मिड फील्डर माना जाता है. उस जैसा ड्रिबलर तो शायद ही कोई हो. वह हर तरह के डिफेंस को भेद सकता है.
इटली के मिडफील्डर आंद्रेई पिरलो को भला कैसे नज़रअंदाज किया जा सकता है? गेंद एक बार उसके पास आ जाए तो आसानी से कोई उससे छीन नहीं सकता. नीदरलैंड का खिलाड़ी आरेन रॉबेन भी एक ऐसा मिडफील्डर है जो मैदान में धूम मचा देता है. वह खिलाड़ियों के हुजूम से गेंद निकाल कर गोल कर सकता है. अगर उसके साथी उसके पास का फायदा उठा गए तो बस उसकी टीम कुछ भी कर सकती है. जर्मनी के अनुभवी खिलाड़ी फिलिप लैम को कम करके आंकना तो बड़ी भूल होगी. अपनी टीम का कप्तान बनने के बाद तो उसके खेल में और भी निखार आया है. उसने कई महत्वपूर्ण अवसरों पर गोल किए हैं.
जर्मनी के ही खिलाड़ी क्लोज के प्रदर्शन पर सभी निगाहें टिकी रहेंगी. इस 36 वर्षीय खिलाड़ी में जो चुस्ती-फुर्ती है वह उससे आधी उम्र के खिलाड़ियों में भी देखने के नहीं मिलती. तीन वर्ल्ड कप फाइनल में उसने 14 गोल कर रखे हैं और वह रोनाल्डो के रिकॉर्ड से सिर्फ एक गोल पीछे है. बेल्जियम का 23 वर्षीय इडेन हैजर्ड दुनिया के सबसे तेज-तर्रार खिलाड़ियों में शुमार है और वह किसी भी तरह के डिफेंस को भेद सकता है. ऐसे खिलाड़ी विरले देखने को आते हैं.
एशिया के खिलाड़ी यूरोपीय और लैटिन अमेरिकी खिलाड़ियों की तरह उतने जाने नहीं जाते हैं. लेकिन कोरियाई खिलाड़ी सोन हियूंग-मिन को भला कम करके कैसे आंका जा सका है. यह तूफानी खिलाड़ी महज 21 साल का है और उसकी टीम को उससे बहुत उम्मीदें हैं. ये तो वो खिलाड़ी हैं जिन पर सभी की नज़रें हैं लेकिन कई गुमनाम खिलाड़ी भी हैं यहां जो कुछ भी कर सकते हैं. हो सकता है कि इस बार कोई नया नाम फुटबॉल के आकाश पर चमक उठे. तो इंतज़ार कीजिए इस महायुद्ध के शुरू होने का.