पाकिस्तान में पांच महिला क्रिकेट खिलाड़ियों ने मुल्तान क्रिकेट क्लब (MCC) के अधिकारियों पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. इन महिला क्रिकेटरों में से दो ने बाकायदा टीवी चैनल पर आकर यह कहा कि उनका यौन उत्पीड़न किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि क्लब के अधिकारी नेशनल टीम में सलेक्शन करने के बदले 'सेक्शुअल फेवर' मांगते हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने महिला खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों की जांच शुरू कर दी है. पीसीबी ने इसके लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है, जो बुधवार को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी. हालांकि MCC के अधिकारियों ने आरोपों का खंडन किया है. यही नहीं उन्होंने महिला खिलाड़ियों के रवैये पर सवाल उठाते हुए उन पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया है.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन महिला खिलाड़ियों को एक टीवी शो में बुलाया गया था, जहां उन्होंने आरोप लगाया कि प्रमोट करने और नेशनल टीम में रखने के बदले एमसीसी के चेयरमैन और टीम सेलेक्टर लड़कियों से 'सेक्शुअल फेवर' मांगते हैं. एमसीसी के चेयरमैन मौलवी सुल्तान आलम और सेलेक्टर मोहम्मद जावेद भी इस शो में मौजूद थे और उन्होंने खिलाड़ियों द्वारा लगाए आरोपों को सिरे से नकार दिया.
टीवी शो में आई एक खिलाड़ी सीमा जावेद ने कहा कि एक बार 70 साल के आलम उसके पास आए और कहने लगे, 'प्लीज, किरन (एक अन्य लड़की) से कहो कि वो मुझे किस करे और बदले में मैं उसे अंडर-19 टीम में खेलने दूंगा.'
सीमा के मुताबिक एमसीसी में केवल उन्हीं लड़कियों को आगे बढ़ने दिया जाता है जो अधिकारियों से 'दोस्ती' करने के लिए राजी हो जाती हैं. उन्होंने कहा, 'कुछ साल पहले जब मैंने एमसीसी ज्वॉइन किया था तो एक सीनियर खिलाड़ी नादिया हुसैन ने मुझे क्लब के अधिकारियों से सावधान रहने की नसीहत दी थी. उसने मुझे बताया था कि अधिकारी पहले नेशनल टीम में भेजने का वादा करेंगे, इसके बाद बेडरूम में ले जाएंगे.'
पाकिस्तानी महिला क्रिकेट टीम की जिन खिलाड़ियों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं, उनके नाम हैं- हिना गफूर, सीमा जावेद, किरण इरशाद, मलिहा शफीक और नूर फातिमा.
यौन शोषण की शिकार क्रिकेटर किरण खान ने कहा है, 'मैंने घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था और मुझे पाकिस्तान की महिला टीम में शामिल होने का पूरा भरोसा था. मुझसे शर्मनाक कार्य (सेक्स) करने के लिए कहा गया. मैंने सेक्स करने से इनकार कर दिया और इसी के साथ क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया.'
हालांकि सेलेक्टर मोहमम्द जावेद ने खिलाड़ियों के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए उल्टा सीमा और किरण के रवैये पर ही सवाल उठा दिए. जावेद ने इस बाबत पुलिस रिकॉर्ड भी पेश किए कि कुछ समय पहले एक महिला खिलाड़ी के लापता होने के मामले में सीमा जावेद शामिल रही थी. इस वजह से सीमा को क्लब से बैन कर दिया गया था. हालांकि जब लापता लड़की सबके सामने आ गई तो सीमा को खेलने की इजाजत दी गई थी.
उन्होंने किरण इरशाद पर मुल्तान में गर्ल्स कॉलेज में शराब की तस्करी करने का भी आरोप लगाया. इस कॉलेज में किरण के जाने पर अब तक प्रतिबंध है.
उधर, पीसीबी ने कहा है कि खिलाड़ियों ने नियमों का उल्लंघन किया है क्योंकि उन्होंने बोर्ड में शिकायत दर्ज करने के बजाए सार्वजनिक मंच पर जाकर इस तरह के आरोप लगाए हैं.