श्रीलंका की पहली विश्व कप विजेता टीम के कप्तान अजरुन रणतुंगा ने महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा के ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि इन दोनों के लिए यह सही समय था.
श्रीलंका क्रिकेट की ओर से जयवर्धने और संगकारा की आलोचना की गई थी, क्योंकि इन्होंने आईसीसी विश्व ट्वेंटी20 के खत्म होने के बाद अपने संन्यास की घोषणा से पहले बोर्ड को नहीं बताया था. श्रीलंका ने इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया.
इसके जवाब में दोनों खिलाड़ियों ने कल वापसी के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्रीलंका सचिव निशांत रणतुंगा और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एशले डिसिल्वा पर टूर्नामेंट से पहले मनोबल गिराने का आरोप लगाया. लेकिन अर्जुन रणतुंगा का मानना है कि उन्होंने सही समय पर संन्यास की घोषणा की.
उन्होंने 'इनसाइड स्पोर्ट्स' मैगजीन से कहा कि क्रिकेटर ही किसी अन्य से बेहतर जानते हैं कि अलविदा कहने का सही समय क्या है. बीते समय में भी हमने देखा है कि टी20 युवा खिलाड़ियों का गेम है. मुझे पूरा भरोसा है कि उन्होंने सही फैसला किया है. टीम की विश्व टी20 में जीत के बारे में उन्होंने टीम के एकजुट प्रयास की तारीफ करते हुए कहा कि अगर आप टूर्नामेंट में देखो तो नए और युवा खिलाड़ियों ने काफी योगदान किया है.
हमें महेला, संगकारा और लसिथ मलिंगा के बारे में भी बात करनी चाहिए. मलिंगा ने शानदार गेंदबाजी की, लेकिन मुझे लगता है कि प्रत्येक खिलाड़ी ने विशेष योगदान दिया.