भारत की कृष्णा पूनिया लंदन ओलंपिक खेलों की महिला चक्का फेंक स्पर्धा में सातवें स्थान पर रहीं. पूनिया ने 63.62 मी. की दूरी तय की जो उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और राष्ट्रीय रिकार्ड 64.76 मी. से कम था.
राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदकधारी भारतीय ने पहले प्रयास में 62.42 मी. की दूरी तय की जो उन्हें शीर्ष आठ में पहुंचाने के लिए काफी था. पूनिया ने दूसरे प्रयास में फाउल किया और तीसरे प्रयास में 61.61 मी की दूरी तय की.
फाइनल में पहुंची 12 एथलीटों में से चार तीन प्रयास के बाद ही बाहर हो गयी, पूनिया इस समय सातवें स्थान पर थी. उनका चौथा थ्रो भी फाउल रहा और पांचवें प्रयास में उन्होंने 63.62 मी. की दूरी तय की. पूनिया छठे और अंतिम प्रयास में केवल 61.31 मी की दूरी ही तय कर सकीं.
यूरोपीय चैम्पियन क्रोएशिया की सांद्रा परकोविच ने 69.11 मी. से स्वर्ण पदक अपने नाम किया. रूस की दारया पिश्यालनिकोवा ने 67.56 मी. से रजत और मौजूदा विश्व चैम्पियन चीन की लि यानफेंग ने 67.22 मी. से कांस्य पदक जीता.
वर्ष 2008 बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली अमेरिका की स्टेफनी ब्राउन ट्रैफटन 63.01 मी. के थ्रो से पूनिया के बाद आठवें स्थान पर रहीं.
पूनिया मिल्खा सिंह, पीटी उषा, एस श्रीराम, गुरबचन सिंह रंधावा और अंजू बाबी जार्ज के बाद ओलंपिक में ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली छठी भारतीय बनी थी.