युवा मुक्केबाज आकाश कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एआईबीए विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाकर भारत के लिए पहला पदक पक्का कर दिया है. मंगलवार को 54 किलो भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल में आकाश ने वेनेजुएला के पूर्व ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट योएल फिनोल रिवास को 5-0 से हराया.
मुकाबले के दौरान 21 साल के आकाश अपने विपक्षी खिलाड़ी पर पूरी तरह हावी रहे और उनके पंच का रिवास के पास कोई जवाब नहीं था. गौरतलब है कि रिवास ने रियो ओलंपिक 2016 में कांस्य पदक जीता था, लेकिन नंबर दो फिनिश करने वाले मुक्केबाज के डोपिंग में फंसने के बाद उन्हें रजत पदक दिया गया था.
इस जीत के साथ ही आकाश विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप पदक हासिल करने वाले सातवें भारतीय पुरुष मुक्केबाज बने गए हैं. इससे पहले विजेंदर सिंह, विकास कृष्णन, शिव थापा, गौरव विधूड़ी, अमित पंघल और मनीष कौशिक यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. अब सेमीफाइनल में आकाश का सामना कजाकिस्तान के मखमुद सबिरखान से भिड़ना होगा. 19 साल के सबिरखान यूथ लेवल पर तीन बार के एशियाई स्वर्ण पदक विजेता रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आकाश को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में मेडल के लिए बहुत बधाई. इस जीत से युवाओं को इस खेल के लिए प्रेरणा मिलेगी.
Well done Akash! Congratulations for the prestigious medal at the World Boxing Championships.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 6, 2021
This success will motivate younger boxers to excel. Wishing you the very best for your future endeavours. https://t.co/AGD2OuGBzD
मुश्किलों भरा रहा है सफर
सीनियर लेवल पर इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले आकाश कुमार ने इस साल सितंबर में फेफड़ों में संक्रमण के चलते अपनी मां को खोया था. वह उस दौरान नेशनल चैम्पियनशिप में हिस्सा ले रहे थे और उन्हें अपनी मां के निधन के बारे में पता भी नहीं था. आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग लेने वाले आकाश के पिता की मृत्यु लगभग दस साल पहले हो चुकी है, जबकि उनका एक भाई हत्या के मामले में जेल के अंदर है.
आकाश ने जीत दर्ज करने के बाद कहा, 'मेरी रणनीति मुकाबला शुरू होते ही अटैक करने की थी. मैंनें इसी रणनीति से पहले राउंड में खेला. दूसरे राउंड मुझे अपने कट को भी बचाना था, जो मैं करने में कामयाब रहा.
दूसरे मुक्केबाजों ने किया निराश
प्रतियोगिता में दूसरे मुक्केबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. नरेंदर बेरवाल (92 किलो से अधिक) और एशियाई चैम्पियनशिप में पांच बार के पदक विजेता शिव थापा (63.5 किग्रा) प्रतियोगिता से बाहर हो गए हैं. बेरवाल को अजरबैजान के मोहम्मद अब्दुल्लायेव ने आसानी से 5-0 से हराया. वहीं, शिव थापा को तुर्की के 19 वर्षीय मुक्केबाज केरेम ओजमैन ने क्वार्टर फाइनल में इसी अंतर से मात दी.