इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का शुमार दुनिया के बेस्ट टी-20 लीगों में होता है. इस लीग में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को शोहरत तो मिलती है, साथ ही उनपर पैसों की भी बरसात होती है. वैसे, इस लीग की अक्सर पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) से तुलना होती है, जिसके पीछे तरह-तरह के कारण गिनाए जाते हैं.
अब पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट भी इस बहस में कूद पड़े हैं. सलमान बट्ट का मानना है कि दोनों लीगों के बीच तुलना करना व्यर्थ है. बट्ट का मानना है कि पीएसएल के आईपीएल की तरह बनने की ख्वाहिश बेकार है.
सलमान बट्ट ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'मुझे लगता है कि दोनों लीग अपने खिलाड़ियों का अच्छी तरह से ख्याल रखती हैं और किसी ने भी पीएसएल के बारे में शिकायत नहीं की है. पीएसएल 70 फीसदी अग्रिम भुगतान करती है. इसलिए यह किसी भी अच्छाई से कम नहीं है. हालांकि, हम इतना ही खर्च कर सकते हैं और हमें इसी तरह देखना चाहिए. इसकी लगातार तुलना करने का कोई मतलब नहीं है.'
दुश्मनी पैदा करना ठीक नहीं: बट्ट
बट्ट ने कहा, 'खिलाड़ियों से दुश्मनी पैदा करना या आईपीएल की तरह बनने की ख्वाहिश बेकार है. इसकी तुलना के पीछे कोई तर्क नहीं है. शांत रहना और अपनी सीमाओं में रहना बेहतर है. हमारे पास जो भी संसाधन हैं उसके जरिए हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं. फ्रेंचाइजी अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रही है और उन्होंने कई बार खिलाड़ियों को अतिरिक्त पैसा दिया है.'
IPLऔर पीएसएल में काफी अंतर
आईपीएल और पीएसएल में खिलाड़ियों को दी जाने वाली सैलरी में जमीं-आसमान का अंतर है. आईपीएल 2022 में केएल राहुल को सबसे ज्यादा 17 करोड़ रुपए सैलरी मिलेगी. इस रकम की बाबर आजम को पीएसएल 2022 में मिली राशि (2,30,44,000) से तुलना करने पर फर्क साफ पता चलता है.
आईपीएल में खिलाड़ियों का मिनिमम बेस प्राइस 20 लाख रुपए है, वहीं पीएसएल में इमर्जिंग कैटेगरी के खिलाड़ियों को 16 लाख 44 हजार पाकिस्तानी रुपए मिलते हैं. साथ ही ध्यान देने वाली बात यह है कि पाकिस्तान की तुलना में भारतीय रुपया काफी मजबूत है. भारत का एक रुपया पाकिस्तान के 2.43 रुपए के बराबर है.