इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 के 17वें मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा का जलवा देखने को मिला. बाएं हाथ के बल्लेबाज अभिषेक ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हुए 75 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 5 चौके एवं तीन छक्के शामिल रहे. अभिषेक शर्मा के आईपीएल करियर का यह पहला पचासा था. उनकी इस पारी की बदौलत सनराइजर्स ने आसान जीत दर्ज की.
अभिषेक शर्मा को सनराइजर्स हैदराबाद ने 6.50 करोड़ रुपए में खरीदा था. 20 लाख के बेस प्राइस वाले अभिषेक को खरीदने के लिए पंजाब किंग्स (PBKS) और गुजरात टाइटन्स ने भी दिलचस्पी दिखाई थी. डेविड वॉर्नर जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी इतनी कीमत में नहीं बिके. अभिषेक शर्मा पिछले तीन सीजन में भी सनराइजर्स हैदराबाद टीम का ही हिस्सा थे.
21 साल के अभिषेक शर्मा खुद की सफलता का श्रेय टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को देते हैं. अभिषेक शर्मा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि युवराज सिंह के साथ ट्रेनिंग करने की वजह से उन्हें काफी फायदा हुआ. अभिषेक शर्मा पहली बार सुर्खियों में तब आए, जब उन्होंने पंजाब की ओर से अंडर-19 में डेब्यू करते हुए वीनू मांकड़ ट्रॉफी में शतक जमाया.
इससे पहले वह अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी 2015-16 में सबसे ज्यादा रन बनाकर छा गए थे. अभिषेक 109.09 की औसत से 1200 रन बनाकर टॉप पर रहे. जनवरी 2018 में आईपीएल नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स ने अभिषेक शर्मा को 55 लाख रुपये में खरीदा था.
अमृतसर में जन्मे (4 सितंबर 2000) अभिषेक ऊपरी से लेकर निचले क्रम तक में जोरदार बल्लेबाजी कर सकते हैं. इसके अलावा वह सटीक लेफ्ट आर्म स्पिन फेंकने में माहिर है. अभिषेक अपनी कप्तानी में 2016 में भारत को अंडर-19 एशिया कप जिता चुके हैं. अंडर 19 वर्ल्ड कप के कुछ ही महीने पहले अभिषेक की जगह पृथ्वी शॉ को भारतीय टीम की कप्तानी सौंपी गई थी.
अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 में किफायती रहते हुए 3.91 की इकोनॉमी रेट से उन्होंने 6 विकेट चटकाए. और जब उनके बल्ले से रनों की जरूरत पड़ी, तो क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेली, जिससे टीम का स्कोर 265 तक जा पहुंचा. उस मैच में भारत का निचला क्रम फ्लॉप रहा था.
अभिषेक शर्मा ने भारत अंडर-19 टीम का नेतृत्व किया जिसने श्रीलंका में आयोजित यूथ एशिया कप 2016 जीता था. अभिषेक ने इंग्लैंड अंडर-19 के खिलाफ घर में 5 मैचों की युवा एकदिवसीय श्रृंखला में उनका नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने 3-1 के अंतर से जीत हासिल की. बाद में वह न्यूजीलैंड में आयोजित U19 वर्ल्ड कप में पृथ्वी शॉ के नेतृत्व में खेले.