एक दौर था कि कंप्यूटर गेम को टाइम किलर माना जाता था, लेकिन आज गेमिंग करिअर बनता जा रहा है. यूथ ऑनलाइन गेम खेलकर लाखों-करोड़ों रुपये कमा रहे हैं. ऐसे ही एक गेमर हैं माइकल व्लाइकू उर्फ स्टारबीस्ट, लेकिन माइकल व्लाइकू बाकी गेमर से अलग हैं, क्योंकि वह अपनी कमाई की बड़ी रकम कैंसर पीड़ितों को दान में देते हैं.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, माइक व्लाइकू का ताल्लुक गरीब परिवार से था. गरीबी उन्हें हॉलैंड से कनाडा ले गई, जहां उन्होंने कंप्यूटर सीखा और गेमिंग शुरू की. 13 साल की उम्र में वह RTS (रियल-टाइम स्ट्रैटेजी) खिलाड़ी बन गए. माइक व्लाइकू ने आरटीएस में इतनी अच्छी तरह से महारत हासिल कर ली कि ब्लिज़ार्ड एंटरटेनमेंट जैसी कंपनियों को अपनी गेमिंग रणनीतियों को बदलना पड़ा क्योंकि स्टार्टबीस्ट ने उनके एआई को पछाड़ दिया था.
इस बीच ऑनलाइन गेमर Starbeast उर्फ़ माइकल व्लाइकू ने हाल ही में कैंसर पीड़ित बच्चों के इलाज़ और देखरेख के लिए पीडियाट्रिक ब्रेन ट्यूमर फाउंडेशन (PBTF) को फेसबुक पर चैरिटी स्ट्रीमिंग कर एक लाख डॉलर से अधिक राशि का सहयोग किया है. यह सोशल मीडिया पर किसी ऑनलाइन गेमर द्वारा की गई आजतक की सबसे बड़ी चैरिटी है.
कैंसर पीड़ित बच्चों के इलाज़ पर बात करते हुए माइकल व्लाइकू ने कहा कि मैंने ओपन ब्रेन सर्जरी करवाई है, मुझे ब्रेन सर्जरी का दर्द पता है, इसलिए मैं हमेशा जितना हो सके उतनी मदद देने की कोशिश करता हूं, कैंसर से लड़ रहे दुनिया भर के कई बच्चों के लिए मेरा संघर्ष जारी रहेगा.