वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) 2025 के फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत होनी है. 11 से 15 जून के बीच WTC फाइनल क्रिकेट के मक्का यानी लॉर्ड्स में है. यह पहला मौका है जब लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेला जाएगा.
लेकिन ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका इससे पहले भी इस मैदान पर आमने-सामने हो चुके हैं. साल 1912 में दोनों टीमें एक त्रिकोणीय टेस्ट सीरीज के तहत लॉर्ड्स में भिड़ी थीं. उस समय दुनिया में सिर्फ तीन ही टेस्ट खेलने वाली टीमें थीं – इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका. ये टूर्नामेंट मई से अगस्त तक चला था और उस मुकाबले में इंग्लैंड ने जीत दर्ज की थी.
The #WTC25 Final starts today 🏆
— ICC (@ICC) June 11, 2025
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रिकॉर्ड की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने 113 साल पहले लॉर्ड्स के मैदान पर साउथ अफ्रीका को 10 विकेट से हराया था. इस बार के WTC फाइनल में भी मौजूदा चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया मजबूत दावेदार के तौर पर उतरेगा. यहां तक कि खुद साउथ अफ्रीका के कुछ पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने भी माना है कि उनकी टीम इस मुकाबले में अंडरडॉग है.
अब वही पूर्व खिलाड़ी और मौजूदा टीम इस फाइनल का दबाव महसूस कर रहे होंगे. अफ्रीकी टीम ने 1998 में आईसीसी नॉकआउट जीतकर अब तक सिर्फ एक ही आईसीसी खिताब अपने नाम किया है. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि दो साल की टेस्ट चैम्पियनशिप में शुरुआती पांच में सिर्फ एक टेस्ट जीतने के बावजूद साउथ अफ्रीका को ‘आसान रास्ते’ से फाइनल में जगह मिली है, और यही बात भी उनके खिलाफ जाती है.
ऑस्ट्रेलिया की टीम की मजूबती
ऑस्ट्रेलिया की टीम के ज़्यादातर खिलाड़ी पहले भी बड़े मुकाबलों में खेल चुके हैं. उन्हें पता है कि ऐसे मौकों पर कैसे खेलना है और दबाव को कैसे संभालना है. इस टीम के ज्यादातर खिलाड़ी पिछले चार सालों में तीन अलग-अलग फॉर्मेट में तीन वर्ल्ड खिताब जीत चुका है.
उनके पास दुनिया के सबसे शानदार गेंदबाजों की चौकड़ी है और स्टीव स्मिथ जैसे दिग्गज बल्लेबाज भी टीम में हैं, जो इस साल फिर से शानदार फॉर्म में दिखे हैं. ट्रेविस हेड भी दो लगातार बड़े फाइनल्स में शतक लगा चुके हैं और शानदार फॉर्म में हैं.
हालांकि, प्लेइंग XI को लेकर कुछ सवाल थे, कैमरन ग्रीन बल्लेबाजी के लिए फिट हैं और अच्छी फॉर्म में हैं, लेकिन गेंदबाजी नहीं कर सकते. उन्हें नंबर 3 पर बल्लेबानी करनी होगी, जो उनके फर्स्ट क्लास करियर में सिर्फ दूसरी बार होगा, और ये टेस्ट वो 15 महीने बाद खेल रहे हैं. वहीं मार्नस लाबुशेन टेस्ट क्रिकेट में पहली बार ओपनिंग करेंगे, जिससे उस्मान ख्वाजा को 9 टेस्ट में 5वां अलग जोड़ीदार मिलेगा.
साउथ अफ्रीकी टीम की मजबूती
दूसरी ओर, साउथ अफ्रीका की बैटिंग लाइनअप वैसी ही है जैसी उम्मीद की जा रही थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के लिए इनमें से ज्यादतर बल्लेबाज नए होंगे. सिर्फ एडेन मार्करम और टेम्बा बावुमा ने पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट खेला है. वहीं ट्रिस्टन स्टब्स और रयान रिकेलटन को ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज आईपीएल में देख चुके हैं, और स्टब्स तो मिचेल स्टार्क के साथ भी खेल चुके हैं.
जब ऑस्ट्रेलिया-साउथ अफ्रीका न्यूट्रल टेस्ट खेले
ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच अब तक तीन न्यूट्रल टेस्ट मैच खेले गए हैं, और तीनों 1912 में हुए थे. इनमें से दो मैच ऑस्ट्रेलिया ने मैनचेस्टर और लॉर्ड्स में जीते थे, जबकि नॉटिंघम वाला मैच ड्रॉ रहा था.
पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और नाथन लायन टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली ऐसी गेंदबाजी चौकड़ी हैं, जिनके पास 250-250 विकेट हैं और जिन्होंने एक साथ मैच खेला है. वहीं साउथ अफ्रीका के कागिसो रबाडा अकेले ही 327 विकेट ले चुके हैं और उनका औसत और स्ट्राइक रेट इन चारों से बेहतर है.
लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 40 टेस्ट खेले हैं, जिनमें 18 जीते हैं, 7 हारे हैं और 15 ड्रॉ हुए हैं. वहीं साउथ अफ्रीका ने वहां 18 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 6 जीते हैं, 8 हारे हैं और 4 ड्रॉ रहे हैं.
WTC फाइनल के लिए साउथ अफ्रीका की प्लेइंग 11: टेम्बा बावुमा (कप्तान), एडेन मार्कराम, रयान रिकेल्टन, वियान मुल्डर, ट्रिस्टन स्टब्स, डेविड बेडिंघम, काइल वेरिन, मार्को जानसेन, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी
WTC फाइनल के लिए ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग 11: उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, कैमरून ग्रीन, स्टीव स्मिथ, ट्रैविस हेड, ब्यू वेबस्टर, एलेक्स कैरी, पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन, जोश हेजलवुड.