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Vaibhav Suryavanshi: 'वैभव सूर्यवंशी अपने पैर जमीन पर रखें...', ऑस्ट्रेल‍िया के दिग्गज क्रिकेटर स्टीव वॉ ने चेताया

ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर स्टीव वॉ ने वैभव सूर्यवंशी को ‘सुपरनोवा’ बनने से बचते हुए नियंत्रण पर फोकस करने की सलाह दी है. वॉ नियमित रूप से आईपीएल नहीं देखते हैं, लेकिन उन्होंने सूर्यवंशी को शानदार खिलाड़ी बताते हुए कहा कि उसे अपने पैर जमीन पर रखने होंगे.

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Vaibhav Suryavanshi. (PTI)
Vaibhav Suryavanshi. (PTI)

IPL-2025 में सनसनी फैलाने वाले 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने खूब सुर्खियां बटोरीं. वैभव की शानदार टाइमिंग से ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर स्टीव वॉ हैरान हैं. वॉन ने इस उदीयमान बल्लेबाज को ‘सुपरनोवा’ बनने से बचते हुए नियंत्रण पर फोकस करने की सलाह दी है. वॉ नियमित रूप से आईपीएल नहीं देखते हैं, लेकिन उन्होंने सूर्यवंशी को शानदार खिलाड़ी बताते हुए कहा कि उसे अपने पैर जमीन पर रखने होंगे.

राजस्थान रॉयल्स( RR) के लिए खेलने वाले सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटन्स (GT) के खिलाफ 35 गेंदों में शतक जमाया जो टूर्नामेंट में किसी भारतीय बल्लेबाज का सबसे तेज शतक है. वॉ ने जियो स्टार के कार्यक्रम में कहा, ‘14 साल की उम्र में उस पर कोई दबाव नहीं है. वह पूरी आजादी के साथ खेल रहा है, जिसे देखकर अच्छा लगा. मुझे लगता है कि उसके सामने चुनौती नियंत्रण बनाए रखने की होगी.’

वॉ का मानना है कि एक करोड़ से अधिक का आईपीएल करार पा चुके सूर्यवंशी 16 साल के होने से पहले करोड़पति होंगे और उन पर अपेक्षाओं का काफी दबाव होगा. उन्होंने कहा ,‘क्या वह इसी उत्साह से खेल सकेगा, इसी आजादी से बल्लेबाजी करेगा? यह एक चुनौती होगी.’

उन्होंने कहा,‘उसके पास कौशल है और वह मानसिक रूप से मजबूत है. आप चाहते हैं कि उसके जैसा बल्लेबाज कामयाब हो. क्रिकेट के लिए यह शानदार कहानी है. मैं आईपीएल ज्यादा नहीं देखता, लेकिन इस तरह का कोई खिलाड़ी आता है तो देखने का मन करता है.’

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भारत में हर नए बल्लेबाजी स्टार की तुलना सचिन तेंदुलकर से की जाती है, लेकिन वॉ ने कहा कि सूर्यवंशी या किसी की भी तुलना उनसे नहीं होनी चाहिए क्योंकि तेंदुलकर जैसी प्रतिभा बार-बार नहीं आती.

पर्थ में 1991-92 में 18 साल के सचिन की 114 रनों की पारी आज भी याद की जाती है. वॉ ने कहा,‘मुझे नहीं लगता कि सचिन तेंदुलकर से किसी की भी तुलना हो सकती है. ऑस्ट्रेलिया में आकर पर्थ में शतक जड़ना जो दुनिया की सबसे कठिन पिचों में से है और जहां अधिकांश खिलाड़ी जूझते नजर आते हैं.’

उन्होंने कहा,‘पर्थ में इतनी कम उम्र में शतक लगाना हैरानी भरा था. सचिन तेंदुलकर जैसा दूसरा आसानी से नहीं मिल सकता. लेकिन मैने एक 14 साल के लड़के के आईपीएल में शतक लगाने की कल्पना भी नहीं की थी.’
 

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