दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 3-0 से मात देकर दो साल बाद किसी वनडे सीरीज पर कब्जा किया है. इससे पहले 2020 (फरवरी-मार्च) में उसने अपने घर में ऑस्ट्रेलियाई टीम को 3-0 से मात दी थी. अब टीम इंडिय़ा पर धमाकेदार जीत के बाद साउथ अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा का चौंकाने वाला बयान सामने आया है.
दरअसल, दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट एक के बाद एक मैदान के बाहर के कई विवादों से गुजर रहा है. बावुमा के लिए अपनी कप्तानी के शुरुआती दिनों में ड्रेसिंग रूम के माहौल को सही बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती रही है.
बाउचर समेत कुछ बड़े नामों पर नस्लवाद के आरोप
प्रशासनिक संकट से गुजर रहे दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए भारत पर सीरीज में जीत बेहद जरूरी थी. भारतीय टीम का दौरा शुरू होने से पहले मुख्य कोच मार्क बाउचर समेत कुछ बड़े नामों पर नस्लवाद के आरोप लगाए गए हैं.
वनडे सीरीज में भारत का सफाया करने के बाद बावुमा ने कहा कि कप्तान के रूप में उनके लिए अभी भी शुरुआती दिन हैं. उन्होंने पिछले साल मार्च में कार्यभार संभाला था. 31 साल के बावुमा ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह आसान है (टीम की कप्तानी करना). इसमें आपको कई चीजें प्रबंधित करने की जरूरत होती है. मेरे लिए क्रिकेट पर पूरा ध्यान रखना सबसे बड़ी बात रही.’
उन्होंने कहा, ‘टीम और संगठन (बोर्ड) को लेकर बहुत सारी बातचीत हो रही थी. इसलिए ड्रेसिंग रूम के आसपास हो रही बातचीत का प्रबंधन करना और यह सुनिश्चित करना कि हम शत प्रतिशत ऊर्जा के साथ मैदान पर उतरें... जरूरी था. मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती यही थी.’
‘सामाजिक न्याय और राष्ट्र निर्माण’ की रिपोर्ट में टीम के कोच और पूर्व क्रिकेटर बाउचर पर नस्लवाद का आरोप लगाए जाने से दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट विवादों में घिर गया है.
सीरीज के शुरुआती मैच में शतक बनाने और शानदार तरीके से टीम का नेतृत्व करने वाले बावुमा ने कहा, ‘यह (शतक) खिलाड़ी के रूप में बहुत मायने रखता है. यह जान कर और अच्छा लगता है कि मैंने टीम की जीत में योगदान दिया है.’
उन्होंने कहा, ‘आपको हमेशा आपके रिकॉर्ड के आधार पर आंका जाएगा और इस भारतीय टीम को बड़े अंतर से हराना मेरी कप्तानी के लिए बहुत कुछ साबित करता है.’
'हां, मैं अश्वेत हूं और यह मेरे त्वचा का रंग है...'
टेम्बा बावुमा ने पहले भी स्वीकार किया है कि उनको कई बार उनकी त्चचा के रंग हिसाब से देखा जाता है, जिससे उनका करियर प्रभावित हुआ है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, 'हां, मैं अश्वेत हूं और यह मेरे त्वचा का रंग है. लेकिन मैं क्रिकेट खेलता हूं, क्योंकि यह मुझे पसंद है. मैं टीम में हूं क्योंकि मैंने अपने प्रदर्शन के दम पर अपनी टीम को आगे बढ़ाया है.'