कभी युवराज सिंह से टी20 वर्ल्ड कप 2007 में छह गेंदों पर छह छक्के खाने वाले स्टुअर्ट ब्रॉड ने एशेज सीरीज को लेकर बड़ा बयान दिया है. कुल मिलाकर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की वर्तमान टीम को ट्रोल कर दिया है.
स्टुअर्ट ब्रॉड ने आगामी एशेज सीरीज से पहले वर्तमान ऑस्ट्रेलियाई टीम की आलोचना की है. उन्होंने उन्हें 2010 के बाद से सबसे खराब ऑस्ट्रेलियाई टीम बताया है. वहीं उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविड वॉर्नर की ऑस्ट्रेलिया की 4-0 जीत की भविष्यवाणी पर भी जवाब दिया है. वॉर्नर ने कहा था और इंग्लैंड को मोरल विक्ट्री के लिए खेलना होगा.
ब्रॉड 2023 एशेज सीरीज के बाद संन्यास ले चुके हैं, वह अब टीवी कमेंटेटर के रूप में काम कर रहे हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के टॉप-ऑर्डर बल्लेबाजी और अस्थिर लाइनअप को लेकर चिंता जताई. वहीं उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की 21 नवंबर को पर्थ में होने वाले उद्घाटन टेस्ट में अनिश्चित उपलब्धता को भी घरेलू टीम के लिए बड़ी चिंता बताया.
ब्रॉड ने बीबीसी के For the Love of Cricket पॉडकास्ट को बताया- यह तथ्य है कि शायद 2010 के बाद से सबसे खराब ऑस्ट्रेलियाई टीम है, जब इंग्लैंड ने आखिरी बार जीत हासिल की थी, और यह 2010 के बाद से सबसे अच्छी इंग्लैंड टीम है. इसलिए ये बातें मिलकर यह दर्शाती हैं कि यह एक शानदार एशेज सीरीज होने वाली है.
ब्रॉड इंग्लैंड की 2010-2011 एशेज अभियान का हिस्सा थे, जिसमें एंड्रयू स्ट्रॉस की कप्तानी में इंग्लैंड ने 3-1 से जीत हासिल की थी.
ब्रॉड ने ऑस्ट्रेलिया में जीतने की ऐतिहासिक कठिनाइयों को स्वीकार किया, लेकिन वर्तमान ऑस्ट्रेलियाई टीम में कमजोरी विशेष रूप से खिलाड़ियों जैसे मार्नस लाबुशेन, सैम कोन्सटास और ब्यू वेबस्टर के अनिश्चित खेल पर भी बात की. ऑस्ट्रेलिया इतने लंबे समय तक इतनी लगातार रही है कि आप बस जानते थे कि कौन ओपनिंग करेगा, कौन कहां बल्लेबाजी करेगा, कौन से गेंदबाज होंगे, इस बारे में कोई क्लियरटी नहीं है.
ब्रॉड ने कहा- ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड की टीम या किसी भी टीम के लिए जीतना बहुत, बहुत मुश्किल है, यह बस सच है. ऑस्ट्रेलिया को फेवरेट माना जाना चाहिए. सवाल वास्तव में यह था कि सबसे ज्यादा दबाव किस टीम पर है? खैर, ऑस्ट्रेलिया पर सबसे ज्यादा दबाव है क्योंकि उनसे जीत की उम्मीद की जाती है. वे घर पर शानदार हैं.
वैसे ब्रॉड और वार्नर के ये बयान दोनों देशों के बीच सीरीज से पहले माहौल गर्म कर दिया है. दोनों देशों के बीच 5 मुकाबलों की एशेज सीरीज का पहला टेस्ट 21 नवंबर से पर्थ में होना है.