भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के निर्वासित अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने बोर्ड का चुनाव लड़ने के लिए आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स में अपनी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. मुश्किल परिस्थितियों में घिरे श्रीनिवासन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद खुद को चेन्नई सुपर किंग्स से अलग करने का फैसला किया है. दरअसल, हितों के टकराव मामले पर अहम फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने श्रीनिवासन को क्रिकेट बोर्ड और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच, किसी एक को चुनने का निर्देश दिया था. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस आशय की खबर प्रकाशित की है.
अखबार का दावा है कि शनिवार को बीसीसीआई के मुख्य अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें श्रीनिवासन ने खुद को आईपीएल टीम से अलग करने की बात कही. गौरतलब है कि चेन्नई सुपर किंग्स में श्रीनिवासन की बड़ी हिस्सेदारी है. श्रीनिवासन ने इससे पहले सीएसके को अपनी कंपनी इंडिया सीमेंट्स से अलग कर लिया था. इस उम्मीद में कि कोर्ट उन्हें बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजी में से किसी एक को चुनने का विकल्प देगा.
श्रीनिवासन ने बीसीसीआई अधिकारियों से कहा है कि वो खुद बीसीसीआई चुनाव की रेस में बने रहना चाहते हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कर दिया है कि आईपीएल में कारोबारी हित रखने वाला कोई भी व्यक्ति बोर्ड का चुनाव नहीं लड़ सकता.