पूर्व महान भारतीय बल्लेबाज और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि वर्ल्ड चैंपियन भारतीय अंडर-19 टीम हाल में समाप्त हुए वर्ल्ड कप में अपने अन्य प्रतिद्वंद्वियों से अव्वल थी.
तेंदुलकर ने कहा, ‘जिस तरह से उन्होंने शारीरिक और मानसिक तौर पर खुद को तैयार किया, जिस तरह से उनकी रणनीति थी और जिस तरह से उन्होंने उस पर अमल किया उसका कोई सानी नहीं था. इसलिए इसका सबूत है कि भारतीय टीम अन्य प्रतिभागियों से पूरी तरह हटकर थी.'
पीटीआई के मुताबिक तेंदुलकर ने कहा, ‘यह बहुत बड़ी उपलब्धि है, जिसके लिए एक टीम के रूप में बहुत कड़ी मेहनत की जरूरत पड़ती है. हम ऐसा करने में सफल रहे.' उन्होंने खिलाड़ियों को निखारने के लिए उचित तरह का आधारभूत ढांचा मुहैया कराने के लिए बीसीसीआई की भी तारीफ की.
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तेंदुलकर ने कहा, ‘उन्हें आधारभूत ढांचा देने के लिए बीसीसीआई को भी श्रेय जाता है. पिछले 15 वर्षों में खेल का स्तर बदला है, क्षेत्ररक्षण का स्तर बदला है. यह बेहतर आधारभूत ढांचा और मैदान के उचित रखरखाव से ही संभव हो पाया है. यह मैदान पर परिलक्षित होता है.' उन्होंने मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और सहयोगी स्टाफ के अन्य सदस्यों की भी तारीफ की.
तेंदुलकर ने कहा, ‘निसंदेह उनका अहम योगदान रहा. उन्होंने (द्रविड़) सहयोगी स्टाफ के साथ इसके लिए काम किया. स्वयं उन्होंने ऐसा कहा. राहुल, (कोच) पारस महाम्ब्रे और (फील्डिंग कोच) अभय शर्मा भी इस उपलब्धि का हिस्सा रहे. इन सभी के लिए यह बड़ी उपलब्धि है.'
कोलकाता पुलिस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि यहां मैच खेलते हुए उन्होंने हमेशा खुद को सुरक्षित महसूस किया.
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उन्होंने कहा, ‘हम कोलकाता आकर और यहां क्रिकेट खेलते हुए हमेशा सुरक्षित महसूस करते थे. मेरी यहां से कुछ अच्छी यादें जुड़ी हैं. यह सब तभी संभव हो पाया क्योंकि आपने दर्शकों का ध्यान रखा और हमें सुरक्षा का अहसास कराया.'
मंच पर महान फुटबाल खिलाड़ी पी के बनर्जी भी बैठे थे. तेंदुलकर ने कहा, ‘यह वास्तव में मेरे लिये सम्मान की बात है. उन्होंने (बनर्जी) कई पीढ़ियों को खेल को अपनाने और कुछ खास करने के लिये प्रेरित किया है. अगर हमारे पास इस तरह के नायक नहीं होते तो चीजें ऐसी नहीं होती.'