पूर्व क्रिकेटर रमीज राजा को कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था. रमीज राजा की जगह पाकिस्तान सरकार ने पूर्व पत्रकार नजम सेठी को नया चेयरमैन नियुक्त करने का फैसला किया था. अब रमीज राजा ने पीसीबी चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है. राजा ने कहा कि वह इस पूरे मसले को इंटरनेशनल फोरम पर उठाएंगे.
पूरी टीम पर प्रेशर आ गया है: रमीज
रमीज राजा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'ऐसा सिर्फ पाकिस्तान में ही हो सकता है कि आप नियमों का उल्लंघन करते हुए किसी को कार्यकाल खत्म होने से पहले ही हटा रहे हैं. मैं इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाऊंगा. यह पूरी तरह राजनीतिक दखल है. आप किसी को कार्यकाल के बीच में ही साइड होने को कहते हैं. इस तरह पिछले दरवाजे से लोग आ जाएंगे तो क्या होगा. इससे बाबर आजम और पूरी टीम पर प्रेशर आ गया है क्योंकि उन्हें नए लोगों के साथ काम करना होगा.'
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रमीज कहते हैं, 'आप इंग्लैंड से सीरीज हारे हैं. मिड सीजन आप प्रबंधन को बदल रहे हैं. ऐसा सिर्फ पाकिस्तान में ही हो सकता है कि किसी को एडजस्ट करने के लिए आप संविधान को बदल दे. मैंने दुनिया में ऐसा कहीं होते हुए नहीं देखा है. मैंने काफी कमेंट्री की है, मैं एमसीसी का मेंबर हूं. अब मैं ऑक्सफोर्ड में भी लेक्चर देने जा रहा हूं जहां मैं यह मुद्दा जरूर उठाऊंगा.'
राजा ने बीसीसीआई को लेकर दिया ये बयान
रमीज राजा ने बीसीसीआई को फिर निशाने पर लिया. राजा ने कहा, 'जिस तरह से भारत ने घोषणा की कि वे पाकिस्तान में एशिया कप नहीं खेलेंगे, वह सही नहीं था. उन्होंने एशियाई क्रिकेट परिषद के सदस्यों से परामर्श किए बिना बयान जारी किया. भारत को पाकिस्तान या किसी अन्य देश पर इस तरह बॉस करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए थी.'
रमीज राजा ने कहा, 'मुझे कोई समस्या नहीं होती अगर बीसीसीआई ने कहा होता कि भारत एशिया कप 2023 में भाग नहीं ले सकता क्योंकि वे पाकिस्तान की यात्रा नहीं कर सकते हैं. लेकिन बीसीसीआई एशिया कप को पाकिस्तान से बाहर तटस्थ स्थान पर आयोजित करने का एकतरफा फैसला नहीं ले सकता है.'
रमीज राजा को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सितंबर 2021 में पीसीबी का अध्यक्ष नियुक्त किया था. वह 15 महीने तक इस पद पर रहे. एहसान मनी के पद छोड़ने के बाद रमीज पीसीबी के 36वें अध्यक्ष बने थे. वह चौथे पूर्व क्रिकेटर थे जिन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उनसे पहले एजाज बट (2008-11), जावेद बुर्की (1994-95) और अब्दुल हफीज कारदार (1972-77) जैसे क्रिकेटर यह दायित्व संभाल चुके थे.