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Ranji Trophy Final: मुंबई ने 8 साल बाद जीती रणजी ट्रॉफी, फाइनल में विदर्भ का तोड़ा दिल, 42वीं बार जीता खिताब

मुंबई ने विदर्भ को हराकर रणजी ट्रॉफी का खिताब 42वीं बार जीत लिया है. मुंबई की टीम रणजी ट्रॉफी इतिहास का रिकॉर्ड 48वां फाइनल खेल रही थी. वहीं विदर्भ की टीम का ये तीसरा फाइनल था. 

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Mumbai Team (@PTI)
Mumbai Team (@PTI)

Ranji Trophy Final: मुंबई ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रणजी ट्रॉफी 2023-24 का खिताब अपने नाम कर लिया है. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में मुंबई ने विदर्भ को 169 रनों से पराजित किया. 538 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए विदर्भ अपनी दूसरी पारी में 368 रन ही बना सका. मुंबई ने रिकॉर्ड 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता है. वहीं विदर्भ का तीसरी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया. मुंबई ने 8 साल बाद रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता है. आखिरी बार उसने 2015-16 के सीजन में सौराष्ट्र को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की थी.

वाडकर की शतकीय पारी बेकार

फाइनल मैच में 538 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए विदर्भ ने एक समय अपने चार विकेट 133 रनों के स्कोर पर खो दिए थे. यहां से करुण नायर और कप्तान अक्षय वाडकर के बीच पांचवें विकेट के लिए 90 रनों की साझेदारी हुई. मुशीर खान ने नायर को आउट करके इस साझेदारी का अंत किया. करुण नायर के आउट होने के बाद अक्षय वाडकर और हर्ष दुबे ने मिलकर छठे विकेट के लिए 130 रनों की पार्टनरशिप की.

इस पार्टनरशिप ने विदर्भ को मुकाबले में वापस लौटाया. देखा जाए तो वाडकर-दुबे ने पांचवें दिन (14 मार्च) के पहले सत्र में कोई विकेट नहीं गिरने दिया था. हालांकि दूसरे सत्र में मुंबई के गेंदबाजों ने शानदार वापसी करते हुए विदर्भ की दूसरी पारी 368 रनों पर समेट दिया. वाडकर ने 102 और हर्ष दुबे ने 65 रन बनाए. तनुष कोटियान ने मुंबई के लिए चार और मुशीर खान ने दो विकेट लिए.

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दूसरी पारी में मुशीर ने जड़ा था शतक

बता दें कि मुकाबले में मुंबई की दूसरी पारी 418 रनों पर सिमट गई. चूंकि पहली पारी के आधार पर मुंबई को 119 रनों की बड़ी लीड मिली थे, ऐसे में विदर्भ को 538 रनों का टारगेट मिला. मुंबई के लिए दूसरी इनिंग्स में मुशीर खान ने शानदार 136 रन बनाए. मुशीर ने 326 गेंदों की पारी में 10 चौके लगाए. मुंबई के लिए श्रेयस अय्यर (95), कप्तान अजिंक्य रहाणे (73) और शम्स मुलानी (50) ने भी अर्धशतकीय पारियां खेलीं. विदर्भ की ओर से हर्ष दुबे ने सबसे ज्यादा पांच और यश ठाकुर ने तीन विकेट चटकाए.

इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई ने अपनी पहली पारी में 224 रन बनाए थे. पहली पारी में मुंबई के लिए सर्वाधिक रन शार्दुल ठाकुर ने बनाए. शार्दुल ने 69 गेंदों पर 75 रन बनाए, जिसमें 8 चौके और तीन छक्के शामिल रहे. ओपनर बल्लेबाजों पृथ्वी शॉ (46) और भूपेन लालवानी (37) ने भी अहम योगदान दिया. विदर्भ की ओर से यश ठाकुर और हर्ष दुबे ने तीन-तीन विकेट लिए. वहीं उमेश यादव को दो, जबकि आदित्य ठाकरे को एक विकेट हासिल हुआ.

224 रनों के जवाब में विदर्भ की पहली पारी महज 105 रनों पर ढेर हो गई थी. पहली पारी में विदर्भ की ओर से सिर्फ अथर्व तायडे (23), आदित्य ठाकरे (19), यश राठौड़ (27) और यश ठाकुर (16) ही दोहरे अंकों में पहुंच पाए. मुंबई की ओर से धवल कुलकर्णी, तनुष कोटियान और शम्स मुलानी को तीन-तीन सफलताएं हासिल हुईं. जबकि शार्दुल ठाकुर को एक विकेट मिला.

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रणजी ट्रॉफी के पिछले पांच विजेता:
2023-24 मुंबई
2022-23 सौराष्ट्र
2021-22 मध्यप्रदेश
2019-20 सौराष्ट्र
2018-19 विदर्भ

रणजी ट्रॉफी के विजेता (मिनिमम 2 बार)
मुंबई- 42
कर्नाटक- 8
दिल्ली- 7
मध्यप्रदेश- 5
बड़ौदा- 5
सौराष्ट्र- 2
विदर्भ- 2
बंगाल- 2
तमिलनाडु- 2
राजस्थान- 2
महाराष्ट्र- 2
हैदराबाद- 2
रेलवे- 2

मुंबई की टीम रणजी ट्रॉफी इतिहास का रिकॉर्ड 48वां फाइनल खेल रही थी. वहीं विदर्भ की टीम का ये तीसरा फाइनल था. सेमीफाइनल मुकाबले में जहां मुंबई ने तमिलनाडु को पारी और 70 रनों से शिकस्त दी थी. वहीं विदर्भ ने मध्यप्रदेश को 62 रनों से हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया था.

आंकड़ों में चैम्पियन मुंबई
-42वीं बार बंबई/मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी खिताब
-10वीं बार मुंबई, जबकि 32वीं बार बंबई के नाम से विजेता
-अजिंक्य रहाणे रणजी ट्रॉफी जीतने वाले बंबई/मुंबई के 26वें कप्तान
-पहले विजेता कप्तान एलपी जय (मार्च 1935) 
-अजीत वाडेकर की कप्तानी में सबसे ज्यादा 4 बार जीता खिताब
-घरेलू मैदान पर 26वीं खिताबी जीत (बंबई जिमखाना में 1 बार, ब्रेबोर्न स्टेडियम में 14वीं और अब वानखेड़े स्टेडियम में 11वीं जीत)

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