भारत में क्रिकेट को जुनून की हद तक पसंद किया जाता है. भारतीय फैंस के लिए यह खेल किसी धर्म और खिलाड़ी भगवान से कम नहीं हैं. हर माता-पिता अपने बच्चे को क्रिकेटर बनाने की चाह रखते हैं. लेकिन देश में क्रिकेट में करियर बनाना कोई 'खेल' नहीं है. इसके लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ अच्छी किस्मत होना भी बेहद जरूरी है. क्रिकेटर बनने के लिए सबसे पहले आपको क्रिकेट एकेडमी या सेंटर की तलाश होती है, जहां इस खेल की एबीसीडी सीखी जा सकती है. देश में ऐसी कई क्रिकेट एकेडमी हैं, जहां क्रिकेट के गुर सीखे जा सकते हैं.
कहां सीख सकते हैं क्रिकेट की बारीकियां
देश में जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक कई छोटे-बड़े क्रिकेट क्लब मिल जाएंगे. जहां माता-पिता अपने बच्चों को इस खेल की बारीकियां या शुरुआती ट्रेनिंग करा सकते हैं. भारत सरकार (स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने देश के अलग-अलग हिस्सों में अपने साई सेंटर खोले हैं. जहां भारत सरकार ने क्वालिफाइड कोच रखे हैं. यहां एडमिशन लेने के लिए ट्रायल होता है. दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में युवा किफायती फीस पर उच्चस्तरीय क्रिकेट कोचिंग ले सकते हैं.
इसके अलावा कई प्राइवेट एकेडमी भी देशभर में चलाई जा रही हैं. सबसे पहले बात दिल्ली के एलबी शास्त्री क्रिकेट क्लब की. इस एकेडमी को गौतम गंभीर के कोच संजय भारद्वाज चलाते हैं. इस एकेडमी से गंभीर के अलावा अमित मिश्रा और उन्मुक्त चंद जैसे खिलाड़ियों ने क्रिकेट का प्रशिक्षण हासिल किया. कोच संजय भारद्वाज के मुताबिक किसी बच्चे को क्रिकेट की ट्रेनिंग लेने की शुरुआत 8 साल की उम्र में कर देनी चाहिए.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा दिल्ली में वेस्ट दिल्ली क्रिकेट एकेडमी चलाते हैं. इस एकेडमी में कई बच्चे क्रिकेट के गुर सीखते हैं. उन्होंने 1992 में इस क्रिकेट एकेडमी की शुरुआत की थी. कैप्टन कोहली ने 30 मई, 1998 को साढ़े 9 साल की उम्र में कोच राजकुमार की देखरेख में क्रिकेट के हुनर सीखने शुरू किए थे. यहां 8 साल से 18 साल तक के क्रिकेटरों को दाखिला दिया जाता है. एकेडमी की फीस यहां प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ियों की संख्या के आधार पर तय की जाती है.
मेरठ की विक्टोरिया पार्क एकेडमी
उत्तर प्रदेश के मेरठ में विक्टोरिया पार्क एकेडमी ने देश को कई नामचीन खिलाड़ी दिए हैं. इस एकेडमी को देश की बेस्ट एकेडमियों में गिना जाता है. यहां पर ट्रायल बेसिस पर चयन होता है. इसके अलावा एकेडमी अलग-अलग तरह के कोर्स ऑफर कराती है.