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Wriddhiman Saha: ऋद्धिमान साहा के बचाव में आए इरफान पठान, ट्वीट कर लिखा- ईमानदार कोच...

टीम से बाहर होने के बाद साहा ने मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पर निशाना साधा था.अब पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान इस विकेटकीपर के सपोर्ट में उतर आए हैं.

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Wriddhiman Saha (bcci)
Wriddhiman Saha (bcci)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • साहा ने द्रविड़ को लेकर दिया था बयान
  • अब इरफान पठान साहा के बचाव में उतरे

Wriddhiman Saha: श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को टीम में जगह नहीं मिली है. बीसीसीआई के इस फैसले के बाद साहा ने मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पर निशाना साधा था. ऋद्धिमान साहा ने शनिवार को खुलासा किया कि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें रिटायरमेंट लेने की सलाह दी थी.

ऋद्धिमान ने पत्रकारों से कहा, 'टीम प्रबंधन ने मुझसे कहा था कि अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा. मैं यह तब तक नहीं बता सकता था, जब तक मैं भारतीय टीम का हिस्सा था. यहां तक ​​कि कोच राहुल द्रविड़ ने भी सुझाव दिया कि मैं संन्यास लेने के बारे में विचार करूं.'

अब पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ऋद्धिमान साहा के सपोर्ट में उतर आए हैं. पठान ने ट्वीट किया, 'एक ईमानदार कोच या कोई शख्स यह जानने के बाद भी उम्मीद जगाता है कि वह खिलाड़ी उनकी योजना में फिट नहीं होता है? आपकी राय?? मेरे हिसाब से एक ईमानदार कोच हमेशा ऐसा करेगा.'

गांगुली को भी लिया था आड़े हाथ

ऋद्धिमान ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पर भी निशाना साधा. विकेटकीपर बल्लेबाज ने दावा किया कि सौरव गांगुली ने आश्वासन दिया कि टीम में उन्हें अपनी जगह की चिंता नहीं करनी चाहिए.

साहा ने बताया, 'जब मैंने पिछले नवंबर में कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में पेन किलर लेते हुए नाबाद 61 रन बनाए, तो दादा (सौरव गांगुली) ने मुझे व्हाट्सएप पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि जब तक वह बीसीसीआई अध्यक्ष हैं, तब तक मुझे किसी भी चीज की चिंता नहीं करनी चाहिए. बोर्ड अध्यक्ष की ओर से इस तरह के संदेश ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया. लेकिन मैं यह समझने में असफल रहा कि सब कुछ इतनी तेजी से क्यों बदल गया.'

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टेस्ट टीम से चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे प्लेयर्स की भी छुट्टी हो गई है. साल 2021 में दोनों खिलाड़ियों का फॉर्म काफी खराब रहा था. जहां रहाणे ने 13 टेस्ट मैचों में 20.83 की निराशाजनक औसत से 479 रन बनाए. वहीं चेतेश्वर पुजारा ने 14 टेस्ट में 28.08 की औसत से 702 रनों का योगदान दिया था.


 

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