इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 17वें सीजन के 25वें मुकाबले में मुंबई इंडियंस (MI) ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को सात विकेट से हरा दिया. 11 अप्रैल (गुरुवार) को वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस मैच में मुंबई को जीत के लिए 197 रनों का टारगेट मिला था, जिसे उसने 27 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया. मुंबई की पांच मैचों में यह दूसरी जीत रही, वहीं आरसीबी की छह मुकाबलों में यह पांचवीं हार रही. मुंबई इंडियंस की जीत के हीरो तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह रहे, जिन्होंने 21 रन देकर पांच विकेट चटकाए.
...जब नितिन ने ली तीसरे अंपायर की मदद
इस मुकाबले के दौरान खराब अंपायरिंग भी देखने को मिली. अंपायर्स ने कुछ ऐसे फैसले दिए गए, जिसपर सवाल उठ रहे हैं. आरसीबी की पारी के 17वें ओवर में काफी बवाल हुआ. जसप्रीत बुमराह के उस ओवर में फाफ डु प्लेसिस एक मौके पर पूरी तरह बीट हुए और गेंद विकेटकीपर ईशान किशन के दस्ताने में चली गई. ईशान ने अपील की, लेकिन अंपायर ने नॉटआउट दिया. एमआई के दोनों रिव्यू बर्बाद हो चुके थे, ऐसे में वह मैदानी अंपायर के फैसले को चुनौती नहीं दे सकती थी.
हालांकि मैदानी अंपायर नितिन मेनन तीसरे अंपायर के पास गए क्योंकि नितिन का मानना था कि गेंद बल्ले से टकराकर ईशान के दस्ताने में गई है. नितिन यह देखना चाहते थे कि कैच सही से लपका गया है या नहीं. अंपायर रिव्यू के दौरान तीसरे अंपायर वीरेंद्र शर्मा ने अल्ट्रा एज भी चेक किया. आईपीएल नियमों के अनुसार फेयर कैच के लिए अंपायर द्वारा लिए गए रिव्यू के दौरान तीसरे अंपायर को अल्ट्रा-एज भी देखने की भी इजाजत दी गई है.
— Out Of Context Cricket (@GemsOfCricket) April 11, 2024
आईपीएल की प्लेइंग कंडीशन्स के अपेंडिक्स-D के खंड 2.2.3 में इस बात का उल्लेख है. अल्ट्रा-एज में पता चला कि गेंद डु प्लेसिस के बल्ले पर नहीं लगी है. ऐसे में डु प्लेसिस आउट होने से बच गए. यदि नितिन मेनन ने आउट दिया होता तो डु प्लेसिस जरूर रिव्यू करते क्योंकि गेंद उनके बल्ले से नहीं लगी थी.
...फिर आखिरी ओवर में नो-बॉल विवाद
आरसीबी की पारी के आखिरी ओवर में नो-बॉल कॉल को लेकर भी विवाद हुआ. आकाश मधवाल ने उस ओवर में दूसरी गेंद हाई फुलटॉस फेंकी, जिसे ऑनफील्ड अंपायर ने लीगल गेंद माना. बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना था कि ये नो-बॉल है, ऐसे में उन्होंने रिव्यू लिया. ऐसा लग रहा था कि थर्ड अंपायर बल्लेबाज के पक्ष में फैसला सुनाएंगे क्योंकि गेंद कमर से थोड़ी ऊपर रह रही थी. हालांकि तीसरे अंपायर ने गेंदबाज के पक्ष में फैसला सुनाया. इस फैसले से डगआउट में विराट कोहली भी नाखुश दिखे और उन्होंने फैसले पर हैरानी जताई.
Virat Kohli talking to the Umpires for No ball 🔥#MIvRCB pic.twitter.com/J8BRl3crV4
— Virat Kohli Fan Club (@Trend_VKohli) April 11, 2024
इस मुकाबले के दौरान एक मौके पर मैदान अंपायर ने आरसीबी के खाते में चार रन नहीं दिए. तब रिप्ले में साफ तौर पर दिखा कि मुंबई इंडियंस के फील्डर आकाश मधवाल के हाथ जब बाउंड्री से टच हो रहे थे, तो ठीक उसी समय उनके शरीर से गेंद का भी संपर्क हो रहा था. लेकिन फिर भी अंपायर ने चौके का इशारा नहीं किया.

मुंबई इंडियंस की पारी के पहले ओवर में अंपायर ने भूल की. उस ओवर में तेज गेंदबाज रीस टॉप्ली की दूसरी गेंद वाइड लाइन के भीतर से गुजरी थी, लेकिन मैदानी अंपायर ने गेंद को वाइड बता दिया. रिप्ले देखने पर लगा कि इस गेंद को वाइड देना उचित नहीं था.