इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने न्यूजीलैंड में 4 मार्च से होने वाले महिला वनडे विश्व कप का आयोजन बिना किसी बाधा के होस्ट कराने के लिए कमर कस ली है. ICC ने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए भी रणनीति तैयार कर ली है. उसने गुरुवार को कहा कि यदि टूर्नामेंट के दौरान कोविड-19 का प्रकोप फैलता है तो सभी मैचों का आयोजन 9 खिलाड़ियों के साथ भी किया जा सकता है.
वेस्टइंडीज में खेले गए आईसीसी अंडर-19 विश्व कप से ही 9 खिलाड़ियों के साथ खेलने का नियम आईसीसी के नियमों का हिस्सा है, अंडर-19 विश्व कप में इसकी जरूरत नहीं पड़ी जहां भारत ने रिक\र्ड पांचवीं बार खिताब जीता था. हालांकि भारतीय टीम के कई खिलाड़ी एक साथ कोरोना संक्रमित हो गए थे.
कोरोना को देखते हुए बदलाव
आईसीसी के टूर्नामेंट प्रमुख क्रिस टेटली ने कहा कि खेलों से जुड़े मौजूदा नियम (प्लेइंग कंडीशन्स) टीम में कोविड का प्रकोप होने पर कम खिलाड़ियों वाली टीम उतारने की अनुमति देते हैं, जिसमें टीम मैनेजमेंट और कोचिंग स्टाफ के सदस्य सब्स्टीट्यूट् फील्डर की भूमिका निभा सकते हैं. ESPNCricinfo के अनुसार टेटली ने कहा, 'यदि आवश्यक हुआ तो हम वर्तमान परिस्थितियों में टीम को 9 खिलाड़ियों को उतारने की अनुमति देंगे.'
उन्होंने कहा, 'और यदि उनकी प्रबंधन टीम में महिला सदस्य हैं तो हम मैच चलाने के लिए उनमें से दो को सब्स्टीट्यूट् फील्डर के रूप में उतारने की अनुमति देंगे, लेकिन वे बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे.' महामारी को देखते हुए सभी टीमों को तीन अतिरिक्त खिलाड़ियों के साथ यात्रा करने की अनुमति दी गई है, जिन्हें किसी खिलाड़ी के कोविड से संक्रमित होने पर 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया जा सकेगा.
आईसीसी के अधिकारी ने जरूरत पड़ने पर मैचों के कार्यक्रम में बदलाव से भी इनकार नहीं किया. उन्होंने कहा, 'हम टीमों से अधिकतम लचीलापन दिखाने के लिए कहेंगे और मैच पूरा करने के अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए हम भी जरूरत पड़ने पर जितना संभव हो सके लचीला रुख अपनाएंगे.' महिला वनडे विश्व कप चार मार्च से खेला जाएगा. जिसमें पहला मैच मेजबान न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच होगा. भारतीय टीम का पहला मुकाबला 6 मार्च को पाकिस्तान से होगा.