सेंचुरियन में पहले टेस्ट में जीत के बाद ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया जोहानिसबर्ग में सीरीज अपने नाम कर लेगी. दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में जबर्दस्त वापसी करते हुए भारतीय टीम के दक्षिण अफ्रीका में पहली टेस्ट सीरीज जीत के सपने को अभी पूरा नहीं होने दिया है. हालांकि भारतीय टीम के पास तीसरे टेस्ट में एक मौका और है. जोहानिसबर्ग में हार के बाद सीरीज इस वक्त 1-1 से बराबरी पर है और अब सभी की निगाहें केपटाउन के फेमस न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड पर होंगी. इस मैदान पर तीसरा टेस्ट 11 जनवरी से खेला जाएगा.
कैसा है भारतीय टीम के लिए केपटाउन
जोहानिसबर्ग में भारतीय टीम की यह पहली हार है, इसके पहले 5 टेस्ट में इंडिया कभी नहीं हारी थी. वहीं, केपटाउन में भारतीय टीम का रिकॉर्ड काफी खराब है. टीम इंडिया ने 29 वर्षों में इस मैदान पर एक भी टेस्ट में जीत हासिल नहीं की है. 1993 से लेकर 2018 तक भारतीय टीम ने इस मैदान पर 5 टेस्ट खेले जिसमें से 3 में हार का सामना करना पड़ा और 2 मैच ड्रॉ रहे. टीम इंडिया ने 2018 में खेली गई सीरीज की शुरुआत इसी मैदान से की थी. भारतीय टीम को उस टेस्ट में 72 रनों से हार का सामना करना पड़ा था.
टीम इंडिया केपटाउन में
मैच: 5
जीत: 0
हार: 3
ड्रॉ: 2
वहीं, दक्षिण अफ्रीका का रिकॉर्ड इस मैदान पर औसत है. दक्षिण अफ्रीका ने यहां 58 टेस्ट खेले हैं जिनमें से 26 में जीत और 21 में हार का सामना करना पड़ा है. इस मैदान की खासियत यह है कि यहां ड्रॉ खेले गए टेस्ट मुकाबलों का प्रतिशत बेहद कम है. खेले गए 58 में से सिर्फ 11 मुकाबले ही ड्र्रॉ हुए हैं. इस सीरीज का नतीजा भी इसी मैदान से निकलेगा. टीम इंडिया ने इसके पहले ब्रिस्बेन और सेंचुरियन में जीत दर्ज कर बता दिया है कि पुराना रिकॉर्ड ज्यादा मायने नहीं रखता है.
भारतीय टीम इस देश में अपनी पहली सीरीज जीत की तलाश में है. अभी तक टीम इंडिया ने सिर्फ दक्षिण अफ्रीका में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. भारतीय टीम के पास इस बार केपटाउन में फतह का यह सुनहरा मौका होगा.