भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को बुधवार को चौथे टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप करने की कोशिश में ‘रिटायर्ड हर्ट’ होकर मैदान से बाहर ले जाया गया. पंत को दाहिने पैर में चोट लगी, उस समय वह 48 गेंदों में 37 रन बनाकर खेल रहे थे. पहले तो उनका मैदान पर ही उपचार किया गया, लेकिन बाद में उन्हें एम्बुलेंस जैसी गाड़ी में बैठाकर मैदान से बाहर ले जाया गया. अब बताया जा रहा है कि ऋषभ पंत के दाहिने पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई है. डॉक्टरों ने उन्हें कम से कम 6 हफ्ते आराम की सलाह दी है.
भारतीय टीम पहले ही चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से जूझ रही है और अब पंत का बाहर होना उसके लिए करारा झटका है. भारत अभी 5 मैच की सीरीज में 1-2 से पीछे चल रहा है.उनके कवर के तौर पर ईशान किशन को बुलाया जाएगा.
किशन ने हाल ही में नॉटिंघमशर के लिए दो काउंटी मैच खेले थे. वह टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड लायंस का सामना करने वाली भारत ए टीम का भी हिस्सा थे, हालांकि यह 26 साल का खिलाड़ी दोनों मैचों में से किसी में भी नहीं खेला था.
ऋषभ पंत ने 2022 में एक जानलेवा कार दुर्घटना के कारण बाहर रहने के बाद पिछले साल ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने ऋषभ पंत की पैर की चोट के बाद टेस्ट क्रिकेट के नियमों में बदलाव की मांग की, जबकि एक और पूर्व इंग्लैंड कप्तान एलिस्टेयर कुक इससे सहमत नहीं दिखे. माइकल वॉन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण चोट अब टेस्ट मैच को असंतुलित बना देगी.
Fingers crossed for our X-factor 🤞
— Sony Sports Network (@SonySportsNetwk) July 23, 2025
Speedy recovery, Rishabh!#SonySportsNetwork #GroundTumharaJeetHamari #ENGvIND #NayaIndia #DhaakadIndia #TeamIndia #ExtraaaInnings pic.twitter.com/ZHfyMvMfNx
वॉन ने टेस्ट मैच स्पेशल पर कहा, 'मुझे यह बात पसंद नहीं कि अब मैच के चार दिन बाकी हैं और इस शानदार सीरीज के अगले चार दिन 10 बनाम 11 खिलाड़ियों के बीच खेले जाएंगे.' उन्होंने सुझाव दिया कि चोट की स्थिति में खिलाड़ी को बदलने की अनुमति दी जानी चाहिए.
वॉन ने आगे कहा, 'जब सिर की चोट के लिए सब्स्टीट्यूट की इजाजत दी गई थी, तब भी मैं कह रहा था कि क्यों न पहली पारी में किसी भी स्पष्ट चोट की स्थिति में सब्स्टीट्यूट की अनुमति हो.'

उन्होंने सब्स्टीट्यूट मामले में कहा, 'अगर यह दूसरी पारी में होता है, तो टीमों द्वारा नियमों का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. लेकिन अगर चोट साफ तौर पर दिख रही है- जैसे किसी का हाथ या पैर टूटना या मांसपेशियों में गंभीर खिंचाव.. तो यह साफ है कि खिलाड़ी आगे नहीं खेल सकता. ऐसे में सब्स्टीट्यूट की अनुमति होनी चाहिए.'
Should Test cricket introduce substitutions?
— Test Match Special (@bbctms) July 23, 2025
Rishabh Pant's injury has prompted some fierce debate on the TMS podcast 🗣 🤔#BBCCricket #ENGvIND pic.twitter.com/1jfAbpRs6y
दूसरी तरफ, एलिस्टेयर कुक ने इस सुझाव पर सवाल उठाए. उन्होंने एक काल्पनिक उदाहरण देकर बात रखी, 'मैं अभी तय नहीं कर पा रहा कि क्या सही है. लेकिन मान लीजिए पंत दर्द में हैं और बाहर चले गए. बाद में स्कैन में कुछ नहीं निकला- बस एक मामूली चोट (bruise) है. तो क्या उसे फिर से खेलना चाहिए?'
कुक ने कहा, 'अगर पैर टूट गया होता, तो बात अलग होती... लेकिन कई बार किसी को गेंद लगती है, हाथ हिलता नहीं और बहुत दर्द होता है. पर असल में सिर्फ सूजन होती है. तो क्या उसे भी सिर्फ तकलीफ के आधार पर बदला जा सकता है, भले ही चोट गंभीर न हो?'
दरअसल, वोक्स की फुल लेंथ गेंद पंत के पैर के अंगूठे पर जोर से लगी. इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने एलबीडब्ल्यू की अपील की, लेकिन रिव्यू में देखा गया कि बल्ले का हल्का सा किनारा लगा था, जिससे पंत बच गए. चोट के बाद पंत के पैर से खून निकलता दिखा और उस हिस्से में सूजन भी थी.
ये भी पढ़ें - ऋषभ पंत के अंगूठे में फ्रैक्चर, 6 हफ्ते के लिए हुए बाहर... मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया को बड़ा झटका
यह इस सीरीज में पंत की दूसरी चोट है. इससे पहले लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान विकेटकीपिंग करते हुए उनकी उंगली में चोट लगी थी, जिससे वह इंग्लैंड की दूसरी पारी में विकेटकीपिंग नहीं कर सके थे.