दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार 33 साल के विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट के लिए टीम में वापसी करने जा रहे हैं. वह मंगलवार से शुरू हो रहे केपटाउन टेस्ट में अपने करियर के 99वें टेस्ट में उतरेंगे. भारतीय कप्तान के लिए यह दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि वह अपनी बेटी के पहले जन्मदिन के मौके पर खेलेंगे.
कोहली भले ही 2020 और 2021 में कोई शतक नहीं जड़ पाए हों, लेकिन उनकी मौजूदगी से टीम को मनोवैज्ञानिक फायदा मिलता है. मौजूदा सीरीज के जोहानिसबर्ग टेस्ट में हार मिलने के बाद टीम इंडिया केपटाउन में अपने नियमित कप्तान के साथ उतरेगी. सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबरी पर है. कोहली के लिए यह टेस्ट उनके करियर के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है. सिर्फ एक जीत से टीम इंडिया इतिहास रच देगी.
दरअसल, दक्षिण अफ्रीका में तीन दशक में पहली टेस्ट सीरीज जीतने से निश्चित तौर पर कोहली का नाम टेस्ट क्रिकेट में देश के महानतम कप्तान के रूप में स्थापित होगा. ऐसे में टीम इंडिया सभी खिलाड़ी चाहेंगे कि वह पिछले कुछ समय से बेहद दबाव का सामना कर रहे कप्तान कोहली के लिए इस मैच को यादगार बनाएं.
अफ्रीकी धरती पर विराट कोहली ने अब तक 50.91 के शानदार एवरेज से रन बनाए हैं. हालांकि साउथ अफ्रीका में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में सचिन तेंदुलकर (1161 रन) शीर्ष पर हैं. केपटाउन के न्यूलैंड्स के मैदान पर 14 रन बनाते ही राहुल द्रविड़ को पीछे छोड़ देंगे, जिन्होंने साउथ अफ्रीका में कुल 624 रन बनाए थे.
केपटाउन में अब तक टीम इंडिया ने एक भी टेस्ट नहीं जीता है. 5 में से 3 में भारत को हार मिली, जबकि 2 मैच ड्रॉ रहे. ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों पर बड़ी जिम्मेदारी होगी. एक बड़ी साझेदारी मेजबान टीम पर दबाव बनाने के लिए बेहद जरूरी है.
कोहली और चेतेश्वर पुजारा 2013 के अफ्रीका दौरे पर बड़ी साझेदारी कर चुके हैं. तब दोनों ने तीसरे विकेट के लिए जोहानिसबर्ग में 222 रन जोड़े थे. केपटाउन में भारत की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर और मोहम्मद अजहरुद्दीन की जोड़ी के नाम है. तब दोनों ने छठे विकेट के लिए 222 रनों की भागीदारी की थी.
टीम इंडिया के लिए सकारात्मक संकेत हैं कि पिछले जोहानिसबर्ग टेस्ट में पुजारा और अजिंक्य रहाणे अर्धशतक जड़कर कुछ हद तक फॉर्म पाने में सफल रहे थे. इस दौरान पुजारा और रहाणे के बीच 111 रनों की तेज साझेदारी हुई थी.
केपटाउन में रिकॉर्ड का मौका
विराट कोहली को 8000 टेस्ट रनों के आंकड़ों को छूने के लिए 146 रनों की जरूरत है. अजिंक्य रहाणे को 5000 रन पूरे करने के लिए 79 रन चाहिए. कोहली दो कैच लेते ही अपने 100 कैच पूरे कर लेंगे, जहकि रहाणे इससे एक कैच दूर हैं.