एशिया कप 2022 में टीम इंडिया अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करने जा रही है. पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच से पहले ही भारतीय टीम के लिए अच्छी खबर सामने आई है. टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ कोविड-19 से उबरने के बाद टीम से जुड़ गए हैं. अब पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले के दौरान राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण दोनों ड्रेसिंग रूम में दिखेंगे. लक्ष्मण को बीसीसीआई ने द्रविड़ के स्वस्थ होने तक एशिया कप के लिए अंतरिम कोच नियुक्त किया था.
21 अगस्त को पॉजिटिव हुए थे द्रविड़
राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया के दुबई रवाना होने से पहले 21 अगस्त को कोविड-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था. इसके चलते वह बेंगलुरु में होम आइसोलेशन में रह रह रहे थे. बाद में द्रविड़ का दो बार आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया, जो निगेटिव निकला. इसके चलते द्रविड़ 28 अगस्त की शाम दुबई में भारतीय टीम के साथ जुड़ गए.
जिम्बाब्वे दौरे पर नहीं गए थे द्रविड़
राहुल द्रविड़ का कोविड-19 पॉजिटिव होना टीम के लिए चिंता का सबब था, लेकिन अब उनका जुड़ना टीम इंडिया को फायदा पहुंचा सकता है. वेस्टइंडीज़ के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई सीरीज के बाद राहुल द्रविड़ भी ब्रेक पर थे. केएल राहुल की अगुवाई में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज में साथ नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) चीफ वीवीएस लक्ष्मण बतौर कोच गए थे. भारत ने उस सीरीज में जिम्बाब्वे का सफाया किया था.
भारत है एशिया कप की मौजूदा चैम्पियन
इस बीच भारत रविवार (28 अगस्त) को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगा. इस मुकाबले में जीत दर्ज करके भारत अपने एशिया कप अभियान का सकारात्मक शुरुआत करना चाहेगा. भारत 2018 में आयोजित पिछले एशिया कप में चैम्पियन रहा था. उस सीजन टीम इंडिया ने पाकिस्तान को दो बार हराया था. हालांकि दोनों टीमों के बीच पिछले साल खेले गए मैच में पाकिस्तान टीम की जीत हुई थी.
पिछले साल कोच बने थे राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ 17 नवंबर 2021 को टीम इंडिया के हेड कोच बने थे. उनके कोच बनने के बाद से भारतीय टीम ने शानदार सफलताएं हासिल की हैं. द्रविड़ की कोचिंग में भारत ने इंग्लैंड में वनडे और टी20 सीरीज पर कब्जा किया था. वहीं वेस्टइंडीज, श्रीलंका, न्यूजीलैंड जैसी टीमों के खिलाफ भी भारत ने सफलताएं हासिल कीं. द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका दौरे पर निराशा हाथ लगी थी, जहां उसे टेस्ट एवं वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था.