आखिर बेंगलुरु टेस्ट में भारतीय टीम से क्या गलती हो गई... आखिर ऐसा क्या हो गया जिस वजह से भारतीय बल्लेबाज पहली पारी में पूरी तरह फेल हो गए. जबकि न्यूजीलैंड बल्लेबाजों ने लगातार रन बनाए, यहां तक कि टीम साउदी जैसे निचले क्रम के बल्लेबाज ने भारतीय टीम से ज्यादा रन बना दिए. बेंगलुरु टेस्ट मैच में भारतीय टीम के औसत प्रदर्शन के बाद फैन्स के मन में यही सवाल बार-बार आ रहा है.
पहली पारी के 46 रन कहीं टीम इंडिया को भारी ना पड़ जाए. जिस पिच पर भारत ने अपनी पहली पारी में सिर्फ 46 रन बनाए, उसी पिच पर न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 402 रन बना डाले. यानी पहली पारी के आधार पर उसे 356 की लीड बना ली. अब भारतीय टीम को मैच बचाने के लिए अपना बेस्ट देना होगा.
Innings Break!
— BCCI (@BCCI) October 18, 2024
New Zealand all out for 402.
3⃣ wickets each for @imjadeja & @imkuldeep18
2⃣ wickets for @mdsirajofficial
1⃣ wicket each for vice-captain @Jaspritbumrah93 & @ashwinravi99
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देखा जाए तो पहली पारी में भारत के सिर्फ दो बल्लेबाज (ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल) ही सिर्फ दोहरे अंकों तक पहुंच सके. वहीं न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने अपनी पहली इनिंग्स में बेखौफ बैटिंग की. रचिन रवींद्र ने शानदार शतक (134 रन, 13 चौके & 4 छक्के) लगाया. वहीं ओपनर डेवोन कॉन्वे भी शतकीय पारी खेलने से सिर्फ 9 रन दूर रह गए. पूर्व कप्तान टिम साउदी ने तो नौवे नंबर पर उतरकर धमाकेदार बैटिंग की. साउदी ने महज 73 गेंदों पर 65 रन बनाए, जिसमें पांच चौके और चार छक्के शामिल रहे. यानी साउदी ने भारतीय टीम से ज्यादा रन बना दिए.
इस मैच में सबसे बड़ी गलती भारतीय कप्तान रोहित शर्मा से टॉस के समय हुई. उन्होंने पिच को परखने में गलती की और पहले बैटिंग करने का फैसला किया. जब भारतीय टीम बैटिंग करने उतरे, तो ओवरकास्ट कंडीशन था और पिच तेज गेंदबाजों के मदद के अनुकूल थी. इसका फायदा मैट हेनरी, टिम साउदी और विलियम ओरोर्के ने उठाया. इन तीनों तेज गेंदबाजों ने मिलकर भारतीय पारी को समेटने में देर नहीं लगाई.
इसके उलट जब न्यूजीलैंड के बल्लेबाज बैटिंग करने उतरे तो परिस्थितियां बैटिंग के अनुकूल हो चुकी थी. डेवोन कॉन्वे और कप्तान टॉम लैथम ने शानदार शुरुआत देकर मोमेंटम प्रदान किया, जिसे रचिन रवींद्र ने शतकीय पारी खेलकर आगे बढ़ाया. खेल के तीसरे दिन (18 अक्टूबर) तो धूप भी खिली, जिससे बैटिंग आसान हो गया. यही नहीं भारतीय फील्डर्स ने कुछ कैच छोड़े. जिसने न्यूजीलैंड का काम आसान कर दिया.
पहले बैटिंग करना पड़ा भारी, प्लेइंग-11 चुनने में चूक!
काश! भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी होती, तो टीम इंडिया की हालत शायद ऐसी ना होती. रोहित से एक और गलती यह भी हुई कि उन्होंने मैच में सिर्फ दो तेज गेंदबाज खिलाए. जबकि कुलदीप यादव के तौर पर एक अतिरिक्त स्पिनर को उतारा. भारतीय कप्तान ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद इसे लेकर फैन्स से माफी भी मांगी. रोहित शर्मा ने कहा कि उनसे पिच को पढ़ने में बड़ी गलती हो गई है. वो पिच को सही से पढ़ नहीं सके. यही कारण था कि उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया.
रोहित ने कहा, 'हमें लगा कि पिच पर ज्यादा घास नहीं थी. हमने सोचा कि मैच के पहले सेशन में यहां जो होना होगा, हो जाएगा. इसके बाद जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, पिच अपना रुख बदलेगी. जब भी हम भारत में खेलते हैं, तो पहला सत्र हमेशा ही महत्वपूर्ण होता है. इसके बाद विकेट सेट होने लगता है और स्पिनर्स को मदद मिलने लगती है. पिच पर ज्यादा घास नहीं थी, इसी कारण हमने सोचा कि कुलदीप (स्पिनर कुलदीप यादव) को मैच में शामिल करना चाहिए. इसका यह भी कारण है कि कुलदीप ने सपाट पिचों पर गेंदबाजी भी की है और वह विकेट भी ले रहे हैं.'
बेंगलुरु टेस्ट में भारत की प्लेइंग-11: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, विराट कोहली, केएल राहुल, सरफराज खान, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज.
बेंगलुरु टेस्ट में न्यूजीलैंड की प्लेइंग-11: टॉम लैथम (कप्तान), डेवोन कॉन्वे, विल यंग, रचिन रवींद्र, डेरिल मिचेल, टॉम ब्लंडेल (विकेटकीपर), ग्लेन फिलिप्स, मैट हेनरी, टिम साउदी, एजाज पटेल और विलियम ओरोर्के.