scorecardresearch
 

T20 World Cup 2022: टी20 वर्ल्ड कप से जुड़े वो विवाद, जिसने मचाया था क्रिकेट जगत में जमकर बवाल

टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन अक्टूबर-नवंबर के महीने में ऑस्ट्रेलियाई जमीं पर आयोजित होना है. अब तक कुल सात बार टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन हो चुका है. देखा जाए तो अब तक के सातों टी20 वर्ल्ड कप काफी सफल रहे हैं और इस दौरान कई यादगार मुकाबले खेले गए. लेकिन इन सभी चीजों के इतर टी20 वर्ल्ड कप से जुड़े विवाद भी सामने आ चुके हैं.

Advertisement
X
साइमंड्स और जिम्बाबवे प्लेयर्स
साइमंड्स और जिम्बाबवे प्लेयर्स

आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 ऑस्ट्रेलियाई जमीं पर आयोजित होना है. वैसे तो टी-20 वर्ल्डकप की शुरुआत 16 अक्टूबर से ही हो जाएगी, लेकिन रोमांच की शुरुआत 22 अक्टूबर से होगी जब सुपर-12 मुकाबलों का आगाज होगा. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करने जा रही है.

टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 2007 में हुई थी और अब तक कुल सात बार टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन हो चुका है. देखा जाए तो टी20 वर्ल्ड कप के अब तक के सातों सीजन काफी सफल रहे हैं और कई यादगार मुकाबले खेले गए. लेकिन इन चीजों के इतर टी20 वर्ल्ड कप से जुड़े ऐसे विवाद भी हुए, जिसने खूब सुर्खियां बटोरी थीं.

1. एंड्रयू साइमंड्स को किया गया बाहर: साल 2009 विश्व कप के दौरान एंड्रयू साइमंड्स को नियम तोड़ने के आरोप में घर भेज दिया गया था. वह अत्यधिक शराब के सेवन करने जैसे वाकये में भी शामिल थे. साइमंड्स ऑस्ट्रेलिया के महानतम ऑलराउंडर्स में माने जाते थे, लेकिन इस प्रकार विवादों के कारण उनका करियर छोटा हो गया. साल 2009 के बाद उनका अनुबंध भी समाप्त कर दिया गया था. साइमंड्स का इसी साल रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया था.

Advertisement

2. वॉर्नर की खेल भावना पर उठे सवाल: पिछले टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में डेविड वॉर्नर की खेल भावना पर काफी और बड़ा विवाद खड़ा हो गया था.दरअसल उस मैच में ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के दौरान एक मौके पर गेंद मोहम्मद हफीज के हाथ से गलती से फिसल गई और दो टप्पे खाने के बाद वॉर्नर के पास पहुंची. इस गेंद को वॉर्नर ने आगे बढ़कर छक्का लगा दिया था. बाद में वॉर्नर की जमकर ट्रोलिंग हुई थी.

3. जिम्बाब्वे को नहीं मिला वीजा: टी20 विश्व कप में कई विवाद हुए हैं और ऐसा ही कुछ 2009 में देखने को मिला था जब जिम्बाब्वे ने टूर्नामेंट से ही नाम वापस ले लिया. दरअसल उस साल जिम्बाब्वे ने राजनीतिक कारणों इंग्लैंड का दौरा रद्द कर दिया था, जिसके बाद ब्रिटिश सरकार ने फैसला किया कि 2009 के वर्ल्ड कप के लिए जिम्बाब्वे खिलाड़ियों को वीजा नहीं दिया जाएगा. नतीजतन जिम्बाब्वे उस वर्ल्ड कप में नहीं भाग ले सका.

4. पीटरसन को नही मिला मौैका: साल 2010 के टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की टीम विश्व चैम्पियन बनी थी. पीटरसन ने इंग्लिश टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. पीटरसन को उस टूर्नामेंट में मैन ऑफ द सरीज भी चुना गया था. ऐसे में 2012 के वर्ल्ड कप में उनके इंग्लैंड की टीम में होने की उम्मीद थी, लेकिन चयनकर्ताओं से मनमुटाव के चलते पीटरसन उस साल के वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए.

Advertisement

5. फैब-4 का ना होना: 2007 के पहले टी20 वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली जैसे भारतीय खिलाड़ियों ने भाग नहीं लिया था. विवाद इसलिए हुआ क्योंकि ये खिलाड़ी उस दौर में टीम इंडिया के अहम अंग थे. साथ ही बाद में इन खिलाड़ियों ने कई सालों तक आईपीएल में भाग लिया था. वैसे युवा टीम होने के बावजूद एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम वर्ल्ड कप खिताब जीतने में सफल रही थी.

 

Advertisement
Advertisement