सुनील गावस्कर उन लोगों में रहे हैं जो इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) में अनियमितताओं की खुल कर निंदा करते रहे हैं लेकिन लगता है बीसीसीआई सुप्रीमो से सीधे टकराव से यह पूर्व सलामी बल्लेबाज भी बचना चाहते हैं.
गावस्कर ने हाल ही में फिक्सिंग की कथित घटनाओं पर श्रीनिवासन की चुप्पी पर सवाल उठाया था. लेकिन एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखकर गावस्कर ने इस बात का खंडन किया है. नेताओं वाली टोन में इस पूर्व कप्तान ने कहा है कि उनके बयान को तोड़-मड़ोड़कर पेश किया गया. गौरतलब है कि हाल ही में एक कार्यक्रम में शिरकत करने ऑस्ट्रेलिया गए गावस्कर से पत्रकारों ने पूछा कि मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट पर बीसीसीआई प्रमुख चुप क्यों है.गावस्कर ने तब कहा था, 'श्रीनिवासन को यह बताना होगा कि खिलाड़ीयों के फिक्सिंग में शामिल होने की जानकारी के बावजूद उन्होंने कोई कारवाई क्यों नहीं की.' लेकिन अब गावस्कर यह कह रहे हैं कि उन्होंने फिक्सिंग की निंदा की थी लेकिन मीडिया में छपी रिपोर्ट उनके मूल बयान से काफी अलग है.
गावस्कर ने मेलबर्न में भारत और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों के साथ एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा, 'यह एक शानदार शाम थी, जिसका असर अगली सुबह तक रहा. लेकिन अगले दिन जब मैंने अखबारों में इस तरह की खबरें पढ़ी तो यह चौकाने वाला था. मीडिया को सनसनीखेज हेडलाइन चाहिए लेकिन किस कीमत पर? कम से कम जो कहा गया है उन बातों से तो खिलवाड़ न किया जाए.' गावस्कर ने कहा कि यह उनके लिये
सम्मान की बात थी लेकिन तीन शानदार दिनों के बाद इस तरह की खबरों ने सारा मजा किरकिरा कर दिया.