टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर अब राजनीति नहीं करेंगे. 42 साल के गंभीर अब क्रिकेट पर ही फोकस करना चाहते हैं और वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. गंभीर ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस बात की जानकारी दी है. गंभीर फिलहाल पूर्वी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर लोकसभा सांसद हैं.
अब क्या करेंगे गंभीर?
गौतम गंभीर ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली सीट से धांसू जीत दर्ज की थी. गौतम गंभीर ने अरविंदर सिंह लवली को करीब तीन लाख 91 हजार मतों से हराया था. गंभीर को उस चुनाव में सात लाख के करीब वोट मिले थे. उस जीत के बाद ऐसा लग रहा था कि गंभीर राजनीति की पिच पर भी लंबी पारी खेलने वाले हैं. लेकिन लगभग पांच सालों में ही उनका राजनिति से मोहभंग हो गया.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का आगामी सीजन 22 मार्च से शुरू होने वाला है. आईपीएल 2024 में गंभीर शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर का रोल निभाने जा रहे हैं. गंभीर को नवंबर 2023 में केकेआर का मेंटर नियुक्त किया गया था. केकेआर गंभीर की कप्तानी में ही 2014 और 2016 के आईपीएल में चैम्पियन बनी थी. अब गंभीर बतौर मेंटर एक बार फिर केकेआर को चैम्पियन बनाना चाहेंगे. आईपीएल की समाप्ति के बाद गंभीर फिर से क्रिकेट कमेंट्री करते हुए दिख सकते हैं.
गंभीर ने अपने X अकाउंट पर लिखा, 'मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से अनुरोध किया है कि मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त किया जाए, ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं. मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृहमंत्री अमित शाह जी को हृदय से धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर दिया. जय हिन्द.'
I have requested Hon’ble Party President @JPNadda ji to relieve me of my political duties so that I can focus on my upcoming cricket commitments. I sincerely thank Hon’ble PM @narendramodi ji and Hon’ble HM @AmitShah ji for giving me the opportunity to serve the people. Jai Hind!
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) March 2, 2024
गौतम गंभीर ने 22 मार्च 2019 को बीजेपी की सदस्यता ली थी. फिर बीजेपी ने उन्हें पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव के लिए कैंडिडेट बनाया था. गौतम गंभीर कई बार ट्वीट के जरिए आम आदमी पार्टी या फिर कांग्रेस पर निशाना साधते रहे. ऐसा लग रहा था कि वह पॉलिटिक्स में लंबे वक्त तक रहेंगे, लेकिन अब उन्होंने अचानक इससे तौबा कर लिया. वैसे गौतम गंभीर सांसद रहने के बावजूद अपने क्रिकेटिंग असाइनमेंट्स को लेकर पूरी तरह कटिबद्ध रहते थे. उन्होंने आईपीएल में दो सालों तक लखनऊ सुपर जायंट्स (IPL) के मेंटर का रोल निभाया. साथ ही वह कमेंट्री करते भी दिख जाते थे.
सांसद होने के बावजूद क्रिकेट से जुड़े रहते थे गंभीर
गौतम गंभीर पर अक्सर इस बात को लेकर निशाना साधा जाता था कि वह सांसद होने के बाद भी आईपीएल या कमेंट्री कर पैसा कमाते हैं. इस पर गौतम ने कहा था कि कि वह जो जन रसोई अभियान चलाते हैं, वह उनका निजी खर्चा है. उसमें वह बतौर सांसद मिलने वाले फंड का इस्तेमाल नहीं करते हैं. ऐसे में अगर इसके लिए पैसा खर्च करना है तो उन्हें काम करना ही पड़ेगा.
गौतम गंभीर ने कहा था, 'एक महीने में 5000 लोगों को खाना खिलाने के 25 लाख रुपये लगते हैं. साल के 2.75 करोड़ रुपये हो गए. 25 लाख रुपये लगे हैं मुझे वो लाइब्रेरी बनाने में. ये MPLAD फंड से नहीं बने. MPLAD फंड से 5000 लोगों के लिए जन रसोई नहीं चल रही है. इन लोगों को खिलाने के लिए और लाइब्रेरी बनाने के लिए काम करना पड़ता है. मुझे कोई शर्म नहीं है ये कहने में कि हां मैं कमेंट्री करता हूं या IPL में काम करता हूं. पर उसके पीछे एक बहुत बड़ा मकसद है.'
गंभीर का ऐसा रहा इंटरनेशनल करियर
गौतम गंभीर ने 4 दिसंबर 2018 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. इसके कुछ महीने बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. गंभीर ने भारत की ओर से अपना आखिरी टेस्ट 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेला था. गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.95 की औसत से 4154 रन बनाए, जिसमें नौ शतक शामिल हैं.
गंभीर ने 147 ओडीआई में 39.68 की औसत से 5238 रन बनाए. इसमें 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में खेली गई 97 रनों की यादगार पारी भी शामिल है, जिसकी बदौलत भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था. वनडे में उन्होंने 11 शतकीय पारियां खेलीं. गंभीर ने टी20 इंटरनेशनल मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी. उन्होंने 37 मैच में सात अर्धशतकों की मदद से 932 रन बनाए, जिसमें उनकी औसत 27.41 की रही.