टेस्ट क्रिकेट के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) की शुरुआत की. 2019 में शुरू हुआ ये टूर्नामेंट अपने आखिरी सफर तक पहुंच गया है. इस टूर्नामेंट के जरिए क्या लोगों की रुचि टेस्ट क्रिकेट के प्रति बढ़ी है, इसका पता लगाना तो आईसीसी का काम है. लेकिन इस बीच टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट में लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए एक और रास्ता बताया है.
WTC फाइनल से पहले आजतक के मेगा क्रिकेट कॉन्क्लेव E- Salaam Cricket 2021 में गंभीर ने कहा, 'अगर टेस्ट मैच में रुचि बढ़ानी है तो टॉस को खत्म करना होगा. इससे घरेलू टीम को जो फायदा होता है वो खत्म होगा. क्योंकि हर टीम अपने घर में तो जीत ही जाती हैं.'
उन्होंने कहा, 'पिछले 5 साल देखें तो हम इंडिया में तो जीते, लेकिन इंग्लैंड में हारे. यही हाल इंग्लैंड का भी है. वह घर में जीतती है, लेकिन इंडिया में हारती है. न्यूजीलैंड अपने घर में जीतती है और भारत में हारती है. इससे मालूम पड़ता है कि कोई भी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियन नहीं है. ये वो ऑस्ट्रेलियन टीम नहीं है जो हर कंडीशन्स में जीतती थी.'
गंभीर ने कहा कि जब टॉस खत्म करेंगे तो बेहतर विकेट तैयार कर पाएंगे. मेहमान टीम से पूछा जाए कि वह पहले बल्लेबाजी करेगी या गेंदबाजी. इससे बेहतर क्रिकेट को देखने को मिलेगा. क्या पता फिर इंग्लैंड उतनी घास नहीं छोड़ पाए. भारत में टर्निंग ट्रैक नहीं बन पाए.
आजतक से बोले @GautamGambhir - 'टेस्ट क्रिकेट में इंटरेस्ट बढ़ाने के लिए खत्म कर देना चाहिए टॉस'#eSalaamCricket #GautamGambhir #WTCFinal (@swetasinghAT) pic.twitter.com/A5rCx1fD7n
— AajTak (@aajtak) June 17, 2021
तीनों फॉर्मेट में एक कप्तान पर बोले गंभीर
गौतम गंभीर ने कहा कि अगर एक ही कप्तान तीनों फॉर्मेट में बेहतर रिजल्ट दे रहा है तो इसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. लेकिन अगर अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान बेहतर कर पा रहे हैं तो इसे भी अपनाया जा रहा है. दुनिया की कई टीमें इस फॉर्मूले पर चल रही हैं.
गंभीर ने आगे कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप को वर्ल्ड कप से कंपेयर करना सही नहीं होगा. क्योंकि ये हर साल होने वाली है और वर्ल्ड कप 4 साल में एक बार होता है. वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल पर उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि जो भी अच्छा खेले वो जीते.
उन्होंने कहा, 'अच्छी बात है कि WTC फाइनल इंग्लैंड में हो रहा है और वहां पर मैच बहुत कम ड्रॉ रहते हैं. कंडीशन भारत और न्यूजीलैंड के फेवर में हैं. दोनों टीमें मजबूत हैं और ड्रॉ के लिए कोई नहीं खेलता है. हमने कभी ड्रॉ के लिए नहीं खेला है. टीम इंडिया को ज्यादा दबाव नहीं लेना चाहिए. ये चैम्पियनशिप फिर से शुरू होगी.'