इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तर्ज पर ही विदेशों में भी कई क्रिकेट लीग शुरू हुई हैं. मगर वह सभी आईपीएल की तरह सफलता का स्वाद नहीं चख सकीं. इसकी बड़ी वजह ये भी रही है कि भारतीय खिलाड़ी इन लीग में नहीं खेलते हैं. और शायद कभी खेलते भी नहीं दिखाई देंगे.
यह बात भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मंगलवार को कही है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय बोर्ड के पास ऐसी कोई पॉलिसी ही नहीं है, जिससे भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने की परमिशन मिल सके.
विदेशी लीग खेलने की परमिशन नहीं दे सकते
राजीव शुक्ला ने एएनआई से कहा, 'विदेश में किसी अन्य क्रिकेट लीग को खेलने के लिए हम अपने खिलाड़ियों को उपलब्ध नहीं कराते हैं. इस मामले में हमारी एक सीधी पॉलिसी है. हमारी इंडियन प्रीमियर लीग अपने आप में एक विशाल लीग है. हम अपने भारतीय खिलाड़ियों को किसी भी विदेशी लीग से किसी भी तरह से जुड़ने की परमिशन नहीं दे सकते हैं.'
बीसीसीआई उपाध्यक्ष का ये बयान उस समय आया है, जब ये अफवाहें फैलने लगी कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी साउथ अफ्रीका टी20 लीग में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) फ्रेंचाइजी की मालिकाना वाली टीम के मेंटर हो सकते हैं. धोनी इस समय आईपीएल में चेन्नई टीम के ही कप्तान भी हैं.
इन लीग में आईपीएल फ्रेंचाइजीज का दबदबा
बता दें कि हाल ही में साउथ अफ्रीका के साथ UAE ने भी अपनी टी20 लीग लॉन्च करने का ऐलान किया है. यह लीग अगले साल के शुरुआत में खेली जाएंगी. IPL फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस, राजस्थान रॉयल्स औऱ कोलकाता नाइट राइडर्स ने दोनों लीग में एक-एक टीम भी खरीदी है.
ऐसे में यह माना जा रहा है कि इन दोनों ही लीग में भारतीय खिलाड़ियों के भी खेलने की उम्मीद है. मगर राजीव शुक्ला के बयान ने इस कयासों पर विराम लगा दिया है.