ब्रिस्बेन, एडिलेड और मलबर्न फतह करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम सिडनी में भी इंग्लैंड के खिलाफ अपने विजयी अभियान को बनाए रखने की पूरी कोशिश करेगी. अब तक खेले गए 3 मुकाबलों में उसे इंग्लैंड से कोई चुनौती नहीं मिली है, ऐसे में टीम जरूर 5-0 से जीत के बारे में सोच रही होगी. वहीं, इंग्लैंड की टीम पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं. बीच सीरीज में कई पूर्व खिलाड़ियों और इंग्लिश मीडिया ने कप्तान और कोच को निशाने पर लिया है.
स्कॉट बोलैंड को मिलेगा मौका
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले मैच में जीत हीरो रहे स्कॉट बोलैंड को बुधवार से सिडनी में शुरू होने वाले चौथे एशेज टेस्ट क्रिकेट मैच के लिए टीम में बरकरार रखा है. दूसरी तरफ, इंग्लैंड लगातार 3 मुकाबलों में बड़ी हार के बाद वापसी की उम्मीद करेगा. बोलैंड ने मेलबर्न में खेले गये तीसरे मैच में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और दूसरी पारी में सात रन देकर छह विकेट लिये, जिससे इंग्लैंड की दूसरी पारी ताश के पत्तों की तरह सिर्फ 68 रनों पर बिखर गई और ऑस्ट्रेलिया ने दो मैच शेष रहते ही एशेज अपने नाम कर ली.
अनुभवी तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड चोट के कारण लगातार तीसरे मैच में नहीं खेल पाएंगे, जिससे स्कॉट बोलैंड की अंतिम एकादश में जगह को लेकर चल रही चर्चा भी समाप्त हो गई. ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर होने वाले मैच के लिए टीम में एक बदलाव किया है. मध्यक्रम के बल्लेबाज ट्रेविस हेड का कोविड-19 का परीक्षण पॉजिटिव आने के बाद वह इस मैच में नहीं खेल पाएंगे. उनकी जगह उस्मान ख्वाजा को लिया गया है. ख्वाजा ने 2019 के बाद टीम में वापसी की है.
कप्तान ने की बोलैंड की तारीफ
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने मंगलवार को कहा कि हेजलवुड और जाय रिचर्डसन ने गेंदबाजी अभ्यास किया, लेकिन वे अभी पूरी तरह से फिट नहीं हैं. कमिंस ने कहा, 'वह शत प्रतिशत फिट नहीं हैं. हमने हेजलवुड को पूरा मौका दिया. हमें लगता है कि वह पूरी क्षमता से गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे.' उन्होंने कहा, 'इसमें कोई रहस्य नहीं है. यदि जोश हेजलवुड उपलब्ध होते तो वही खेलते लेकिन स्कॉटी (बोलैंड) को पिछले सप्ताह के शानदार प्रदर्शन के बाद बाहर रखना भी अच्छा नहीं होता. मुझे वास्तव में खुशी है कि स्कॉट इस मैच में खेलेंगे.'
ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण की जिम्मेदारी मुख्य रूप से कमिंस, स्टार्क, बोलैंड और स्पिनर नॉथन लियोन पर रहेगी, जबकि उनकी मदद के लिये ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन भी टीम में हैं. इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड कोविड-19 के कारण पृथकवास पर हैं और उन्होंने अभी अपनी अंतिम एकादश तय नहीं की है. तेज गेंदबाजी विभाग में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड दोनों को टीम में जगह मिल सकती है. ब्रॉड ने सीरीज में अब तक केवल एक मैच में खेला है, जिस पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने भी हैरानी जताई है. ब्रॉड के वापसी करने पर ओली रोबिन्सन को बाहर बैठना होगा.
कौन बनेगा इंग्लैंड का संकटमोचक
इंग्लैंड के लिए मुख्य चिंता उसकी बल्लेबाजी है क्योंकि कप्तान जो रूट को छोड़कर उसका कोई भी बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है, लेकिन उसके शीर्ष क्रम में किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं है. अभी तक इंग्लैंड की टीम पूरी एशेज सीरीज में सिर्फ एक बार 250 से ज्यादा का स्कोर कर पाई है. वहीं, तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की 82 रनों की बढ़त के सामने भी इंग्लैंड पारी और 14 रनों से मुकाबला हार गई थी.
इंग्लैंड को इस मुकाबले के लिए अपने सीनियर खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें रहेंगी. बेन स्टोक्स अभी तक इस एशेज में बुरी तरह से असफल रहे हैं. इंग्लैंड के लिए स्टोक्स एक अहम खिलाड़ी हैं और उनका प्रदर्शन टीम के प्रदर्शन पर काफी असर करता है. ऐसे में कप्तान जो रूट को उम्मीद होगी कि अगले दो टेस्ट में स्टोक्स अपनी पुरानी लय में वापस नजर आएं.
टीमें इस प्रकार हैं -
ऑस्ट्रेलिया : डेविड वॉर्नर, मार्कस हैरिस, मार्नस लैबुशेन, स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा, कैमरन ग्रीन, एलेक्स कैरी, पैट कमिंस (कप्तान), मिशेल स्टार्क, नाथन लियोन, स्कॉट बोलैंड.
इंग्लैंड (संभावित) : हसीब हमीद, जैक क्रॉली, डेविड मलान, जो रूट (कप्तान), बेन स्टोक्स, जॉनी बेयरस्टो, जोस बटलर, मार्क वुड, जैक लीच, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन.