भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चारों अंतरिक्षयात्री यानी गगननॉट्स जहां एक तरफ बेंगलुरु स्थित ह्यूमन स्पेस फ्लाइट सेंटर (HSFC) में ट्रेनिंग ले रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ इसरो और उससे जुड़ी वैज्ञानिक संस्थाएं इनके लिए अलग-अलग तकनीकों की तैयारी में लगी हैं. कोई सूट बना रहा है. कोई सेहत संबंधी तकनीकें. कोई खाना तैयार कर रहा है, तो कोई उसे गर्म रखने के लिए खास तरह का हीटर. आज हम इसी हीटर के बारे में जानेंगे. (फोटोः ऋचीक मिश्रा)
गगनयान के अंतरिक्षयात्रियों के लिए खाना गर्म करने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की लैब डिफेंस फूड रिसर्च लेबोरेटरी (DFRL) ने एक फूड हीटर का डिजाइन बनाया है. इस डिजाइन के आधार पर बेंगलुरु स्थित अनंत टेक्नोलॉजीस (Anantah Technologies) ने इस फूड हीटर को विकसित है. aajtak.in पहुंचा उस लैब में जहां इसे बनाया गया है. आपके पास लाया है इस फूड हीटर की Exclusive Photos. (फोटोः ऋचीक मिश्रा)
अनंत टेक्नोलॉजीस के डिप्टी जनरल मैनेजर रमेशअप्पा एन. ने बताया कि ये फूड हीटर धरती पर स्थित मास्टर कंट्रोल सेंटर से भी नियंत्रित किया जा सकता है. यानी अगर एस्ट्रोनॉट्स धरती का चक्कर लगाते समय कहीं किसी काम में व्यस्त हो तो उन्हें सिर्फ खाने का पाउच इसमें रखकर कंट्रोल सेंटर को बता देना है. धरती से ही खाने को गर्म कर दिया जाएगा. इसके बाद एस्ट्रोनॉट्स उस पाउच को खोलकर खाना निकाल कर खा सकते हैं. (फोटोः ऋचीक मिश्रा)
रमेशअप्पा एन. ने बताया कि यह फूड हीटर (Food Heater) मुख्यतः एल्यूमिनियम बना है. इसके अलावा कुछ और धातुओं का भी उपयोग किया गया है. फिलहाल यह इसका खुला हुआ ढांचा है. इसमें अभी कई तरह की इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स लगाए जाएंगे. अभी इसका वजन करीब 4.3 किलोग्राम है. जो पूरी तरह तैयार होने के बाद में करीब 6 किलोग्राम हो जाएगा. इस फूड हीटर में खाने के 5 पाउच गर्म किए जा सकते हैं. (फोटोः ऋचीक मिश्रा)
इसकी सारी टेस्टिंग वगैरह हो चुकी है. बस अब इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, स्विचेस और थर्मोप्लेट लगाकर इसकी जांच होनी बाकी है. इसके बाद इसपर खाने का पाउच रखकर उसके गर्म होने की जांच की जाएगी. इसके बाद इसे गगनयान में लगा दिया जाएगा. इससे पहले हम आपको बता चुके हैं भारतीय अंतरिक्षयात्री गगनयान में अपनी यात्रा के दौरान क्या-क्या खाएंगे. (फोटोः ऋचीक मिश्रा)
उनके मेनू में वेज बिरयानी, सांभर चावल, दाल चावल, आलू पराठा, राजमा चावल, खिचड़ी, प्रिजर्व्ड रोटी, वेज रोल, एग रोल, चिकन बिरयानी, सूजी हलवा, इंस्टैंट चाय और कॉफी मिक्स आदि शामिल रहेंगे. मीठे में चिक्की हो सकती है. इसके अलावा इडली भी हो सकता है. क्योंकि ये छोटा, हल्का और पेट भरने के हिसाब से सही रहता है. (फोटोः ऋचीक मिश्रा)
गगनयान का मेनू तैयार है. अब यह निर्धारित करना है कि किस तरह का खाना अंतरिक्ष में भारतीय गगननॉट्स लेकर जाएंगे. यह फैसला अंतिम समय में कई तरह की जांच पड़ताल के बाद लिया जाएगा. आपको बता दें गगनयान में सिगरेट पीना या शराब पीना वर्जित होगा. लेकिन एस्ट्रोनॉट्स चाय, कॉफी या जूस पी सकते हैं. (फोटोः ऋचीक मिश्रा)
मैसूर स्थित DFRL लैब के वैज्ञानिक खाने की अंतिम सूची गगनयान (Gaganyaan) के लॉन्च से पहले फाइनल करेंगे. खाने के सभी पदार्थों को इस तरह से पैक किया जाएगा ताकि उसमें से पानी की कोई बूंद गगनयान में जीरो ग्रैविटी में तैरते समय बाहर न निकले. अगर ऐसा हुआ तो इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों को नुकसान पहुंच सकता है. शॉर्ट सर्किट हो सकता है. इसलिए खाने, पीने समेत कई अन्य कार्यों के लिए बेहद बारीकी से काम किया जा रहा है. (फोटोः ऋचीक मिश्रा)