कोरोना से लड़ाई के लिए चीन एक अजीबोगरीब योजना बना रहा है. चीन की सर्वोच्च स्वास्थ्य संस्था का कहना है कि वो दो कोरोना वैक्सीन को मिलाकर एक वैक्सीन बनाने की सोच रहा है. इससे कोरोना से बचाव में बेहतर परिणाम मिलेंगे साथ ही कोविड-19 वैक्सीन का प्रभाव भी बढ़ेगा. इसके साथ ही नई वैक्सीन जो तैयार होगी उसके स्टोरेज के लिए बहुत कम तापमान की जरूरत भी नहीं होगी. (फोटोः रॉयटर्स)
चीन के सेंटर्स फॉर डिजीस कंट्रोल और प्रिवेंशन के डायरेक्टर गाओ फू (Gao Fu) ने कहा कि लोगों को अलग-अलग वैक्सीन के डोज देकर कोरोना से बचाने का एक तरीका हो सकता है. लेकिन हमारा मानना है कि हम चीन की वैक्सीन और विदेशी वैक्सीन या अपनी ही दो वैक्सीन को मिलाकर अगर एक नई वैक्सीन बनाए तो उससे बेहतर परिणाम मिल सकते हैं. (फोटोः गेटी)
गाओ फू ने कहा कि हम अलग-अलग प्रकार की वैक्सीन को आपस में मिलाकर परीक्षण करने की योजना पर काम कर रहे हैं. गाओ चेंगदू शहर में एक कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. गाओ ने कहा कि हम चाहते हैं कि वैक्सीन की प्रक्रिया को और सरल-सहज बनाएं. ताकि ज्यादा डोज की जरूरत न हो. अगर दो डोज की जरूरत होती भी है तो वह निश्चित समय पर दी जाए. इससे वैक्सीन की प्रभावशीलता बढ़ेगी. (फोटोः एपी)
China considering mixing COVID-19 vaccines due to low efficacy rates https://t.co/JirZvMLVWR pic.twitter.com/Lm2hu2AC1i
— Reuters (@Reuters) April 11, 2021
चीन के साइनोवैक बायोटेक द्वारा विकसित दो वैक्सीन जिनकी दो डोज तीन हफ्ते के अंतराल पर कोरोना मरीजों को दिया गया. उनमें सिर्फ 49.1 फीसदी ही एफिकेसी थी. यानी कोरोना से बचाने की क्षमता वैश्विक स्तर पर तय मानक 50 फीसदी से भी कम. ये मानक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तय किया है. (फोटोः एपी)
हालांकि, कुछ छोटे समूहों पर किए अध्ययन में साइनोवैक की वैक्सीन का प्रभाव 62.3 फीसदी दर्ज किया गया था. अगर दोनों वैक्सीन की बात करें तो कोरोना से बचाने में इनकी औसत क्षमता 50 फीसदी से थोड़ी ही ज्यादा थी. चीन ने अपने देश में चार घरेलू वैक्सीन विकसित की हैं. ये चारों चीन में उपयोग हो रही हैं. इसके अलावा पांचवीं वैक्सीन का उपयोग इमरजेंसी के लिए रखा गया है. (फोटोः गेटी)
The efficacy of Chinese Covid-19 vaccines is "not high" and authorities are weighing options to bolster protection -- including mixing different shots, China's top disease control official has said. https://t.co/IYYFS4Ynvu
— CNN International (@cnni) April 12, 2021
शनिवार को एक चीनी अधिकारी ने कहा था कि इस साल के अंत तक चीन में कोरोना वैक्सीन के 300 करोड़ डोज का उत्पादन होगा. चीन की दूसरी कंपनी साइनोफार्म ने अपनी वैक्सीन की क्षमता की डिटेल रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की है. लेकिन उसने दावा किया है कि उसकी दोनों वैक्सीन की क्षमता क्रमशः 79.4 फीसदी और 72.5 फीसदी है. (फोटोः गेटी)
चीन ने अपनी वैक्सीन के करोड़ों डोज दूसरे देशों में भी भेजे हैं. चीन की वैक्सीन के रखरखाव, क्षमता और परिवहन को लेकर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मीडिया ने काफी सवाल खड़े किए थे. चीन की सरकारी मीडिया कंपनी ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को गाओ फू के हवाले से कहा था कि वैश्विक स्तर पर वैक्सीन प्रोटेक्शन रेट का डेटा ऊंचा-नीचा है. (फोटोः रॉयटर्स)
Failure of CCP's vaccine = Imminent health threats
— 德意志之鹰 (@dezying) April 11, 2021
Failure of CCP's system = Crimes against humanity
“Efficacy of a single dose of the Sinovac jab was just 3 percent, compared with 56 percent with two shots.”
CCP lied, people died #UnrestrictedBioweapon https://t.co/JRx87tHj3m