Ramcharit manas mantra: वैदिक मंत्रों में छिपे ईश्वरीय गुण बड़े से बड़ा संकट टालने की ताकत रखते हैं. यदि इन मंत्रों का जाप सही तरह से किया जाए तो निश्चित ही लोगों का उद्धार हो जाता है. ऐसे ही कुछ महामंत्र रामचरितमानस में भी वर्णित हैं. कहते हैं कि इन मंत्रों का जाप करने वाला व्यक्ति सफलता की सीढ़ी चढ़ता जाता है. इनका जाप करने वाले को किसी संकट से डर नहीं लगता है. ये शक्तिशाली मंत्र किसी की भी जिंदगी बदल सकते हैं. चलिए आपको रामचरित मानस के कुछ ऐसे ही रामबाण मंत्रों के बारे में बताते हैं, जिनको मानस के मंत्र भी कहा जाता है.
मानस के मंत्र
रोजगार की प्राप्ति के लिए
बिस्व भरण पोषण कर जोई, ताकर नाम भरत अस होई।
संकट खत्म करने के लिए
जपहि नामु जन आरत भारी, मिटाई कुसंकट होई सुखारी।
विद्या प्राप्ति के लिए
गुरु गृह पढ़न गए रघुराई, अलप काल विद्या सब आयी।
विवाह के लिए
सुनु सिय सत्य असीस हमारी, पूजहि मनकामना तुम्हारी।
रोग नाश के लिए
दैहिक, दैविक, भौतिक तापा, राम राज नहीं काहूँहि व्यापा।
ये कुछ वो मंत्र हैं, जिनका जाप आपकी तमाम परेशानियों को खत्म कर सकता है. इन मंत्रों का जाप करके आप भी अपने कमजोर और खराब ग्रहों को मजबूत बना सकते हैं. अपने जीवन को आसान और बेहतर बना सकते हैं.
रामचरितमानस के मंत्रों का कैसे करें जाप?
रामचरितमानस के अचूक मंत्रों का जाप करने के लिए सबसे पहले राम दरबार की स्थापना करें. घी का दीपक जलाएं प्रसाद चढ़ाएं या तुलसी दल तो जरूर अर्पित करें. तुलसी की माला से दोहे या चौपाई का कम से कम 108 बार जाप करें. जाप के बाद अपनी मनोकामनापूर्ति की प्रार्थना करें. इसकी शुरुआत किसी भी मंगलवार, रविवार या नवमी तिथि को कर सकते हैं. ध्यान रहे कि इन मंत्रों को एक बार जीवन में उतार लिया तो इन्हें छोड़ा नहीं जा सकता है.