Strawberry Moon 2025: पृथ्वी से बाहर की हर बात इंसानों के लिए हमेशा से बेहद दिलचस्प रही है. दरअसल, इस दुनिया में मुट्ठी भर लोग ही हैं जिन्हें अंतरिक्ष, सितारों और चांद का ज्ञान है. ज्यादातर लोगों के लिए ये एक जादू की तरह है. खासतौर से जब कुछ अनोखा ऊपर आसमान में घटता है तो पृथ्वी पर रहने वाले करोड़ों लोगों के लिए ये एक अद्भुत अनुभव जैसा होता है. दरअसल, ऐसा ही कुछ 11 जून यानी आज घटने वाला है. आज आसमान में स्ट्रॉबेरी मून दिखने जा रहा है. स्ट्रॉबेरी मून को हॉट मून, हनी मून और रोज मून भी कहा जाता है.
दरअसल, हर साल जून महीने में ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पर स्ट्रॉबेरी मून दिखाई देता है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आसमान में गुलाबी रंग का चांद दिखेगा. साथ ही, आज दिखने वाला स्ट्रॉबेरी मून माइक्रो मून भी होगा. जब मून यानी चांद अपनी सामान्य दूरी से थोड़ा ज़्यादा दूर होगा, जिसके कारण चांद का आकार ओर छोटा दिखेगा.
क्या होता है स्ट्रॉबेरी मून? (What is Strawberry Moon)
यह नाम कोई कल्पना नहीं, बल्कि अमेरिका की कुछ पुरानी परंपराओं जुड़ा है. दरअसल, उत्तरी अमेरिका की कुछ जनजातियों ने इस मून का नाम स्ट्रॉबेरी मून रखा है. क्योंकि इस समय उत्तरी अमेरिका में स्ट्रॉबेरी की फसल काटी जाती है. यहीं से इस मून का नाम पूरी दुनिया में भी प्रसिद्ध हो गया. यह पूर्णिमा न केवल वसंत का आखिरी चंद्रमा होती है, बल्कि साल के सबसे छोटे समय तक दिखने वाले पूर्ण चंद्रमा में से एक भी होती है
कब दिखेगा स्ट्रॉबेरी मून? (Strawberry Moon 2025 Timings)
भारतीय समयनुसार, स्ट्रॉबेरी मून 11 जून यानी आज दिखेगा. आज भारत में यह मून शाम सूर्यास्त के बाद दक्षिण-पूर्व दिशा में देखाई देगा. साथ ही, यह कुछ शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में इसका अद्भुत नजारा शाम 7 बजे दिखाई देगा.
स्ट्रॉबेरी मून का हनी मून से संबंध (Strawberry Moon Connection with Honey Moon)
स्ट्रॉबेरी मून का संबंध शादी वाले हनीमून से भी है. वैज्ञानिकों के अनुसार, हनीमून शब्द का प्रयोग बहुत पहले से होता आ रहा है. इसी पूर्णिमा के समय दुनियाभर में कई देशों में शादियां-विवाह भी होते हैं. इसलिए, इसको हनी मून के नाम से भी जाना जाता है.
ज्योतिषिय दृष्टिकोण से स्ट्रॉबेरी मून कैसा होगा
इस दिन चंद्रमा की चांदनी एकदम खिली हुई होगी. इस दिन चंद्रमा धरती के थोड़ा दूर होगा. ज्योतिषियों के मुताबिक, इस दिन स्ट्रॉबेरी मून का प्रभाव सभी लोगों पर सकारात्मक रूप से पड़ेगा. जिन लोगों का चंद्रमा मजबूत है उनको सबसे ज्यादा फायदा होगा. लेकिन, लोगों की कुंडली में चंद्रमा आठवें या छठे घर में बैठा होता है तो पूर्णिमा के समय उन लोगों के आसपास नकारात्मक माहौल तैयार हो जाता है. साथ ही जिन लोगों का चंद्रमा मजबूत नहीं है वो लोग इस दिन शिव जी की उपासना करें और शिव जी का जलाभिषेक करें.