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New Year 2026 Brahma Muhurt: 2026 के पहले ब्रह्म मुहूर्त में करें इस दिव्य मंत्र का जाप, बेहतरीन बीतेगा नया साल

ब्रह्म मुहूर्त को सबसे पवित्र समय कहा गया है. ज्योतिष के अनुसार, नए साल के पहले ब्रह्म मुहूर्त में दिव्य मंत्रों का जाप करने से पूरे वर्ष ईश्वर की कृपा बनी रहेगी और सकारात्मक फल प्राप्त होते हैं. आइए आपको इस अबूझ घड़ी में मंत्र साधना के लिए कुछ दिव्य मंत्र बताते हैं.

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ब्रह्म मुहूर्त को दिन की सबसे शुभ और अबूझ घड़ी माना गया है. (Photo: Pixabay)
ब्रह्म मुहूर्त को दिन की सबसे शुभ और अबूझ घड़ी माना गया है. (Photo: Pixabay)

New Year 2026 Brahma Muhurt: नया साल 2026 शुरू होने वाला है. कहते हैं कि अगर साल की शुरुआत किसी अच्छे या शुभ कार्य के साथ की जाए तो जातक का पूरा वर्ष मंगलमय हो सकता है. ब्रह्म मुहूर्त को दिन की सबसे शुभ और अबूझ घड़ी माना गया है. ज्योतिषविदों का कहना है कि यदि नए साल के पहले ब्रह्म मुहूर्त में ही आप कुछ दिव्य मंत्रों का जाप कर लें तो पूरे साल आप पर ईश्वर की कृपा बनी रहेगी. आइए आपको कुछ दिव्य मंत्र और उनसे होने वाले लाभ के बारे में बताते हैं.

जरूर करें इन मंत्रों का जाप

1. कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमध्ये सरस्वती, करमूले स्थितो ब्रह्मा प्रभाते करदर्शनम्'

लाभ- ब्रह्म मुहूर्त के समय मंत्र जप करते हुए अपनी हथेलियों का दर्शन करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि इससे साधक पर धन की देवी माता लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है.

2. ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु॥

लाभ- इस मंत्र का जाप शांति और शुभता प्रदान करता है. साथ ही साथ यह ग्रहों के दुष्प्रभाव को भी कम करता है. आने वाली बाधाओं को दूर करके सुख-समृद्धि लाता है.

3 गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्यः धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात् ॥

लाभ- ब्रह्म मुहूर्त में गायत्री मंत्र के जाप से भी जातक को बहुत फायदे मिलते हैं. खासतौर से बच्चों के लिए गायत्री मंत्र का जाप अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है. यह एक मंत्र बालक की एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है.

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4. महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् |

लाभ- भगवान शिव को समर्पित यह शक्तिशाली मंत्र आपके जीवन में आने वाले हर बड़े संकट को दूर कर सकता है. महामृत्युंजय मंत्र के जाप से भय, तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है.

कितने बजे रहेगा ब्रह्म मुहूर्त?
हिंदू पंचांग के अनुसार, 4 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन सुबह 4 बजकर 19 मिनट से लेकर सुबह 4 बजकर 58 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. यानी इस दिन करीब 39 मिनट का ब्रह्म मुहूर्त रहने वाला है. शास्त्रों में इस अबूझ घड़ी का विशेष महत्व बताया गया है. कहते हैं कि इस शुभ मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा और दान-धर्म आदि के कार्यों से बड़ा लाभ मिल सकता है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में मां लक्ष्मी के पांच दिव्य मंत्रों का जाप आपकी आर्थिक स्थिति को संवार सकता है.

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