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Chanakya Niti: सुखी जीवन के लिए इन लोगों से रहें दूर, नहीं तो जिंदगी भर भोगना पड़ेगा दुख!

Chanakya niti shasta: आचार्य चाणक्य ने अपने "चाणक्य नीति शास्त्र" सूत्र में मनुष्य जीवन की सभी मुश्किलों का हल बताया है और यह भी बताया है कि इंसान को किस तरह से जीवन यापन करना चाहिए. उन्होंने यह भी बताया है कि सुखी और सफल जीवन के लिए किन लोगों से दूर रहना चाहिए.

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(Image credit: pexels)
(Image credit: pexels)

प्राचीन भारतीय इतिहास में आचार्य चाणक्य राजनीति और कूटनीति विशारद माने जाते थे. आचार्य चाणक्य ने अपने मेधावी वीर शिष्य चंद्रगुप्त मौर्य को सिंहासन पर बैठाया था. वह चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री, गुरु, हितेषी तथा राज्य के संस्थापक थे. कुटिल राजनीति विशारद होने के कारण इन्हें 'कौटिल्य' नाम से भी जाना गया. 2500 ई. पू. आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र, लघु चाणक्य, वृद्ध चाणक्य, चाणक्य-नीति शास्त्र लिखा था. आचार्य चाणक्य की कूटनीतियां आज के समय में भी बिल्कुल सटीक बैठती हैं. 

अश्विनी पाराशर की बुक 'चाणक्य नीति' के मुताबिक, चाणक्य-नीति शास्त्र के चौथे अध्याय में आचार्य चाणक्य ने ऐसी सीख दी है जिससे इंसान को कोई नुकसान नहीं होगा. आचार्य चाणक्य ने इस अध्याय में उन चीजों के बारे में बताया है जिनसें व्यक्ति को सदैव नुकसान ही होता है. इन चीजों से हमेशा बचकर रहना चाहिए क्योंकि ये चीजें बिना आग के ही आपको जला सकती हैं. अगर कोई व्यक्ति आचार्य चाणक्य द्वारा बताई हुई इन चीजों से दूर रहता है तो उसके जीवन में मुश्किलें नहीं आएंगी और सफलता भी मिलेगी.

"कुग्रामवासः कुलहीन सेवा कुभोजनं क्रोधमुखी च भार्या। पुत्रश्च मूर्खों विधवा च कन्या विनाग्निमेते प्रदहन्ति कायम् ॥8॥"

1. दुष्टों के गांव में रहना

आचार्य चाणक्य का इस बात से मतलब है कि अगर आप ऐसे व्यक्ति के पास रहते हैं जो जान-बूझकर दूसरों को कष्ट देता है या परेशान करता है तो उसके पास कभी नहीं रहना चाहिए. ऐसे लोगों के पास रहने से आपको हमेशा परेशानी ही होगी. उदाहरण के लिए आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रह रहे हैं जो हमेशा लोगों का बुरा ही सोचता है तो उस बारे में सोच-सोचकर आप भी हमेशा परेशान ही रहेंगे.

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2. मूर्ख पुत्र

आचार्य चाणक्य कहते हैं मूर्ख या नासमझ लड़के से भी हमेशा कष्ट मिलता है. अगर बच्चे में किसी बात की समझ नहीं है तो वह आपको हमेशा परेशानी ही देगा और जीवन भर बोझ बना रहेगा. इसलिए उसे उसकी समझ के मुताबिक, समझाएं ताकि आगे की लाइफ सुधार सके.

3. गलत बोलने वाली पत्नी

आचार्य चाणक्य कहते हैं अगर घर में गलत बोलने वाली पत्नी है जो आपसे हमेशा बुरा-भला कहती है तो व्यक्ति का जीवन नरक के समान होता है. क्योंकि ऐसी स्त्रियां छोटी-छोटी बातों पर भी लड़ाई करने लगती हैं जिससे परिवार परेशानी होती है और माहौल भी खराब होता है. 

4. अपौष्टिक भोजन

आचार्य चाणक्य कहते हैं ऐसे भोजन जिसमें कोई स्वाद और कोई पोषक तत्व ना हो, ऐसा भोजन इंसान को नहीं करना चाहिए. इसका कारण है कि भोजन करने के बाद भी काफी समय तक आपका मन खराब रहेगा और उससे आपके काफी सारे काम बिगड़ सकते हैं. इसलिए अपौष्टिक भोजन से दूर रहना चाहिए.

5. गलत लोगों की सेवा

आचार्य चाणक्य कहते हैं ऐसे लोग जिन्हें समाज में उचित स्थान नहीं दिया गया है अगर वे आपसे सेवा तो खूब कराएंगे लेकिन उसका मूल्य नहीं देंगे या फिर आपका अहसान नहीं मानेंगे. इसका दुख आपको लंबे समय तक रह सकता है. इसलिए ऐसे लोगों से भी दूर रहें.

(Disclaimer: यह जानकारी अश्विनी पाराशर की बुक चाणक्य नीति के आधार पर दी गई है,)

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