राजस्थान के जयपुर में शनिवार को एक ही परिवार के पांच लोगों का शव कुएं में मिलने के बाद हड़कंप मच गया था. मरने वालों में तीन महिलाएं और दो बच्चे शामिल थे. सभी की हत्या की गई थी. अब इस मामले में जो सच्चाई सामने आई है वो जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक जिन तीन महिलाओं की हत्या की गई है वो सभी पढ़ी-लिखी थी जबकि उनके पति अनपढ़ थे और शराब पीकर उन्हें पीटते थे. ये भी सामने आया है कि मृतक महिलाओं का बाल विवाह कर दिया गया था.
दरअसल जयपुर के दूदू कस्बे में तीन बहनों और उनके दो बच्चों की मौत की घटना ने पुलिस-प्रशासन के भी होश उड़ा दिए थे. जितनी दर्दनाक उनकी मौत थी उतनी ही शर्मनाक इसकी वजहे हैं. बाल विवाह जैसी कुप्रथा की वजह से इन महिलाओं को पढ़ने का मौका नहीं मिला और जब इन्होंने पढ़ना चाहा तो पतियों के अत्याचार का सामना करना पड़ा.
तीनों महिलाओं के पति थे अनपढ़
तीनों बहनें जीतोड़ पढ़ाई कर ज़िंदगी संवारना चाहती थी जबकि तीनों के अनपढ़ पति शराब के नशे में उन्हें मारते-पीटते थे. जानकारी के मुताबिक, जयपुर के महरानी कॉलेज में पढ़ाई कर मृतक महिला कमलेश ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था जबकि उनके आरोपी पति पांचवीं-छठी क्लास तक ही पढ़े हुए थे.
तीनों बहनें पतियों की मारपीट से परेशान हो गई थीं. अब कुएं से पांच शव मिलने के बाद पुलिस इस बात की पड़ताल में जुटी हुई है कि उन्होंने आत्महत्या की है या फिर उनकी हत्या की गई है.
दूदू कस्बे से दो किलोमीटर दूर खेतों में झाड़ियों के बीच कुएं में पुलिसवालों को मोहल्ले से ग़ायब 27 साल की कालू, 23 साल की ममता और 20 साल की कमलेश की लाश मिली थी. कुएं में ही कालू के दो नाबालिग बच्चों के शव भी मिले थे.
एक बहन का चयन पुलिस कांस्टेबल में हुआ था
बता दें कि कालू की दोनों बहने ममता और कमलेश गर्भवती थी जिनके इसी सप्ताह डिलीवरी होनी थी. ममता का चयन पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा में हो गया था. बड़ी बहन कालू बीए फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही थी और छोटी बहन कमलेश का दाख़िला सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हुआ था. इन तीनों की शादी 2003 में हुई थी तब ये नाबालिग बच्चियां थीं.
वहीं मृतक महिलाओं के पति नरसी, गोरयो और मुकेश को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. ये तीनों आपस में भाई है और इनसे पूछताछ की जा रही है. 25 मई की दोपहर दो बजे से ये तीनों महिलाएं और दोनों बच्चे ग़ायब थे.
इसके बाद इनके पिता ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. इसे लेकर मीणा समाज की तरफ़ से धरना प्रदर्शन भी किया जा रहा था. पुलिस की टीम ने आज सुबह इलाके के कुएं से इनके शव को बरामद किया था.
जमीन बेचकर जीवन काट रहे थे आरोपी
एडिशनल एसपी दिनेश शर्मा ने बताया कि मामला घरेलू कलह का है. पहले भी इनके घर में मारपीट होती रही है लेकिन कभी मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा है.
आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है. मृतक महिलाओं के पड़ोसियों के अनुसार उनके पति शराबी और शक्की मिजाज के थे. पुरखों की जमीन बेचकर वो जीवन काटते थे और कोई काम नहीं करते थे.
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