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जयपुरः सीजन पर 25 लाख की बिकती थी फसल... शराब में पतियों ने सब कर दिया बर्बाद, क्या है तीन बहनों की मौत वजह?

जयपुर के दूदू में 3 बहनों और उनके दो बच्चों की मौत के बाद मातम पसर गया है. तीनों बहनें होशियार थीं. अपने सपनों को परवाज़ देना चाहती थीं. लेकिन शराबी पतियों ने उनका जीवन दुश्वार कर दिया था. हर सीजन पर 25 लाख की फसल बिकती थी, लेकिन शराब में सब कुछ उड़ा देते थे.

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जयपुर में 3 बहनों के शव कुएं में मिले थे
जयपुर में 3 बहनों के शव कुएं में मिले थे
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 5 शव मिलने से फैल गई थी सनसनी
  • 2 बच्चों के शव भी मिले थे कुएं में

जयपुर के दूदू में एक कुएं में 5 शव मिलने से सनसनी फैल गई थी. इस घटना के सामने आने के बाद हर कोई दंग रह गया. तीन बहनों और उनके दो बच्चों की मौत जितनी दर्दनाक है, उसकी वजह भी उतनी ही हैरान कर देने वाली है.तीनों बहनों ने कड़ी मेहनत कर पढ़ाई की थी. वह अपनी ज़िंदगी संवारना चाहती थीं. लेकिन तीनों बहनों के अनपढ़ शराबी पति नशे में उनके साथ मारपीट करते थे. इससे तीनों बहनें परेशान हो गई थीं. 

जयपुर ज़िले के दूदू तहसील से दो किलोमीटर दूर खेतों में झाड़ियों के बीच कुएं में पुलिसवालों को मीणों के मुहल्ले से गायब 27 साल की कालू, 23 साल की ममता और 20 साल की कमलेश के साथ ही कालू के दो बच्चों के शव मिले थे. ममता और कमलेश गर्भवती थीं. ममता पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा में सिलेक्ट हो गई थी. बड़ी बहन कालू बीए फाइनल की पढ़ाई कर रही थी. छोटी बहन कमलेश का दाख़िला सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हुआ था. तीनों की शादी साल 2005 में बचपन में हो गई थी. जयपुर के महारानी कॉलेज में पढ़ाई कर सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाख़िला लेने वाली बहनों की शादी पांचवीं-छठवीं पास पतियों से हुई थी. इनके पति शराब पीकर मारपीट करते थे. 


कैसा था महिलाओं का ससुराल पक्ष

महिलाओं का ससुराल पक्ष काफी संपन्न था. दूदू कस्बे में उनके पास सबसे ज्यादा जमीन था. सीजन पर 25 लाख रुपये की फसल बिकती थी. लेकिन तीनों भाई सब कुछ शराब में बर्बाद कर देते थे. हालात ऐसे हो गए थे कि अब जमीन भी बेचने लगे थे. आरोपियों के पिता और दो भाइयों की पहले ही मौत हो चुकी है. 

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'रोज मरने से अच्छा है...' घटना से पहले लिखा स्टेटस

एक दिन पहले व्हाट्सएप स्टेटस पर ममता ने लिखा था कि रोज़ मरने से अच्छा है एक दिन मरना. अगले जनम में तीनों एक ही परिवार में जन्म लेंगे. वारदात के बाद पड़ोसियों ने बताया कि महिलाओं के पति शराबी थे, मारपीट करते थे. शक करते थे. ज़मीनें बेचकर जीवन यापन कर रहे थे. कोई काम नहीं करते थे. घटना एक दिन पहले भी पढ़ाई को लेकर मोबाइल तोड़ दिया था. शराबी पति महिलाओं को खेत पर काम करने के लिए कहते थे, लेकिन वह इसका विरोध करती थईं. पड़ोसियों ने बताया कि एक महीने पहले तो बड़ी बहन को इतना पीटा था कि उसे सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था.

पुलिस ने बताई मौत की वजह


पुलिस का कहना है कि महिलाएं पढ़ी लिखी थीं. जब उनके पति शराब पीकर अपराधिक प्रवृति के लोगों को घर लेकर आते थे तो वह विरोध करती थीं, इसके बाद पति उनके साथ मारपीट करते थे. साथ ही उनके चरित्र पर शक भी करते थे, फिलहाल यही इस वारदात की मुख्य वजहें मानी जा रही हैं. इसके साथ ही महिलाओं को पढ़ाई से रोकना, कॉलेज नहीं जाने देना और पुलिस कांस्टेबल में नौकरी लगने पर भी नौकरी नहीं करने देना झगड़े की बड़ी वजह थी. हालांकि शादी के बाद पैसे के लेन-देन को लेकर दोनों परिवारों में झगड़ा हुआ था. चचेरे भाई हेमाराज ने दहेज का मुक़दमा दर्ज करवाया है.

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बड़ी बहन को पीट-पीटकर कर दिया था घायल

मृतका के भाई ने कहा कि अभी एक महीने पहले बड़ी बहन को पति ने पीट पीटकर घायल कर दिया था. वह जमकर शराब पीते थे. छोटी-छोटी बातों पर पीटते थे. पुलिस के अनुसार तत्कालिक घटना छोटी बहन के किसी के साथ मोबाइल पर बात करने को लेकर हुई थी, इससे गुस्साए पति मुकेश ने वारदात के एक दिन पहले ही मारपीट की थी. पुलिस ने तीनों भाइयों नरसी, गोरयो और मुकेश को गिरफ़्तार कर लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है. 

25 मई से लापता थीं तीनों बहनें


तीनों महिलाएं 25 मई की दोपहर 2 बजे से दोनों बच्चों समेत लापता हो थीं. जिसके बाद इनके पिता ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. इसे लेकर मीणा समाज की तरफ़ से धरना प्रदर्शन भी हो रहा था. पुलिस ने इलाक़ों के कुएं की तलाश की तो उसमें शव दिखाई दिए. 
 

 

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