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दौसा में साध्वी ने रचाया भगवान शिव से विवाह, 15 साल की तपस्या के बाद निभाईं सभी वैवाहिक रस्में

राजस्थान के दौसा जिले में ब्रह्मकुमारी से जुड़ी साध्वी राधा दीदी ने 15 साल की तपस्या के बाद भगवान शिव से विवाह किया. हाथरस निवासी राधा दीदी की इस अनूठी शादी में मेहंदी, हल्दी और वरमाला की रस्में पूरी परंपरा के साथ निभाई गईं. विवाह में हजारों लोग शामिल हुए और अब यह शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है.

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 साध्वी ने भगवान शिव से विवाह किया
साध्वी ने भगवान शिव से विवाह किया

राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई में एक साध्वी ने भगवान शिव से विवाह कर सबको चौंका दिया. यह अनूठा विवाह ब्रह्मकुमारी आश्रम की परंपरा के अनुसार हुआ. 32 वर्षीय राधा दीदी, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हाथरस की रहने वाली हैं, उन्होंने सोमवार को भगवान शिव से विवाह रचाया.

विवाह समारोह में हल्दी, मेहंदी और वरमाला की रस्में पूरी पारंपरिक तरीके से निभाई गईं. भगवान शिव की बारात भी निकाली गई और शिवलिंग को वरमाला पहनाकर सात फेरे लिए गए. यह आयोजन बांदीकुई स्थित प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेंटर पर हुआ.

साध्वी ने भगवान शिव से विवाह किया

राधा दीदी ने बताया कि उन्होंने 2014 में बीएससी की पढ़ाई पूरी की थी और उसके बाद शिव की भक्ति में जुड़ गई थीं. 11 वर्षों से बांदीकुई सेंटर में रहकर उन्होंने शिव की आराधना की और अब 15 वर्षों की तपस्या के बाद उन्होंने यह विवाह किया है.

इस शादी में राधा दीदी की मां प्रेमवती और मामा इंदु कुमार ने कन्यादान की रस्म निभाई. बिना परिवार की अनुमति के इस प्रकार का विवाह संभव नहीं होता.

मां प्रेमवती और मामा इंदु कुमार ने किया कन्यादान

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यह विवाह समारोह एक मैरिज गार्डन में आयोजित हुआ, जिसे देखने के लिए हजारों लोग पहुंचे. विवाह की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए हैं. यह विवाह अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है.

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