जोधपुर शहर व आस-पास के क्षेत्रों में पूरी रात भारी बारिश हुई. इस दौरान शहर के कई इलाकों में पानी भर गया. कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई थी. इस बीच बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र में सोमवार की सुबह चार बजे एक फैक्ट्री की दीवार गिर गई. दीवार से सटकर झोपड़ियों में कुछ मजदूरों के परिवार वहां रहते थे. जब दीवार गिरी तो कई झोपड़ियां मलबे के अंदर दब गई. इस वजह से तीन मजदूरों की मौत हो गई.
दीवार के नीचे दब जाने से तीन मजदूरों की मौत हो गई. वहीं दस लोग घायल हो गए. घायल होने वालों में तीन बच्चे भी शामिल हैं. सभी का एम्स और बोरानाडा में उपचार चल रहा है. इनमें भी एक की हालत गंभीर बनी हुई है.घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत बचाव का काम शुरू किया गया.
सुबह चार बजे हुआ हादसा
पुलिस ने बताया कि बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र से सालावास जाने वाली रोड पर स्थित एक फैक्ट्री की दीवार सोमवार सुबह चार बजे अचानक गिर गई. दीवार के सहारे ही कुछ मजदूरों ने टीन के शेड डालकर अपने रहने की व्यवस्था की थी. दीवार इन्हीं झोपड़ियों पर जा गिरी. अंधेरा और बारिश होने से मजदूरों को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
तीन परिवार के 13 लोग मलबे में दबे
बोरानाडा थानाधिकारी शकील अहमद ने बताया कि न्यू महालक्ष्मी इंडस्ट्रीज की दीवार के पीछे कुछ मजदूर रहते थे. सुबह तड़के दीवार गिरने की सूचना मिली थी. इस हादसे में मंजुदेवी, नंदू और सुनीता की मौत हो गई. जबकि पांचू राम, संजय, मांगीदेवी, पवन, शांति , दिनेश और हरिराम सहित अन्य घायल हो गए. सभी को एम्स में भर्ती करवाया गया है. वहीं तीन बच्चों को बोरानाडा के अस्पताल में भर्ती किया गया है.
दीवार के सहारे लगा था शेड
सालावास रोड स्थित इस फैक्ट्री की दीवार पीछे शेड लगाकर मजदूरों ने अपने रहने के लिए आवास बना रखे थे. इसमें कई परिवार रह रहे थे. रात करीब 1:00 बजे बाद तूफानी बारिश का दौर शुरू हुआ. दीवार के आसपास पानी भरने लगा. सुबह करीब 4 बजे बाद अचानक दीवार गिर गई. मलबे के अंदर तीन परिवारों के 13 लोग दब गए. बोरानाडा थाना पुलिस ने रोशनी की व्यवस्था कर मजदूरों को निकालने की कवायद शुरू की. तब जाकर लोगों को बाहर निकाला गया.